अंडे से लेकर दूध तक… बिहार कैसे बना देश का उभरता हुआ फूड हब?
बिहार कृषि क्षेत्र में तेजी से उभर रहा है, खासकर खाद्य उत्पादन में। अंडे और दूध के उत्पादन में महत्वपूर्ण वृद्धि हुई है। राज्य सरकार की नीतियों और किस ...और पढ़ें

अंडे से दूध तक बिहार की बड़ी छलांग
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार ने पशुपालन और मत्स्य क्षेत्र में एक बार फिर उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल की है। दूध, अंडा और मांस उत्पादन की वार्षिक वृद्धि दर में राज्य ने राष्ट्रीय औसत को पीछे छोड़ते हुए अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराई है। केंद्र सरकार के पशुपालन एवं डेयरी विभाग द्वारा जारी ताज़ा आंकड़े बताते हैं कि बिहार में अंडा उत्पादन में 10 प्रतिशत की ऐतिहासिक वृद्धि हुई है, जो पूरे देश में सर्वाधिक है। वहीं दूध उत्पादन वृद्धि दर में बिहार देश के छठवें स्थान पर और मांस उत्पादन में 4.03 प्रतिशत वृद्धि के साथ उल्लेखनीय प्रदर्शन कर रहा है।
विकास भवन में आयोजित प्रेस वार्ता में पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की अपर मुख्य सचिव डॉ. एन. विजयालक्ष्मी ने राज्य की प्रगति की विस्तृत जानकारी साझा की।
उन्होंने बताया कि अंडा उत्पादन वृद्धि दर में बिहार को देश में पहला स्थान मिला है। दूध उत्पादन में बिहार की वृद्धि दर 4.24% रही, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर यह मात्र 3.58% है।
इसी प्रकार अंडा उत्पादन में राष्ट्रीय वृद्धि दर 4.44% रही, जबकि बिहार ने लगभग 10% की छलांग लगाई। मांस उत्पादन की वृद्धि दर में भी बिहार 4.03% के साथ राष्ट्रीय औसत (2.46%) से काफी आगे है।
अपर मुख्य सचिव ने यह भी बताया कि बिहार में दूध, अंडा और मांस की प्रति व्यक्ति उपलब्धता लगातार बढ़ रही है। वर्ष 2023–24 में जहां प्रति व्यक्ति दूध उपलब्धता 277 ग्राम प्रतिदिन थी, वहीं 2024–25 में यह बढ़कर 285 ग्राम प्रतिदिन हो गई।
अंडा उपलब्धता 27 से बढ़कर 29 प्रति व्यक्ति प्रतिवर्ष, जबकि मांस उपलब्धता 3.19 से बढ़कर 3.27 किलोग्राम प्रतिवर्ष हो गई है।
उनके अनुसार, यह प्रगति विभागीय योजनाओं के सुचारू संचालन और किसानों की सक्रिय भागीदारी का परिणाम है।
मत्स्य उत्पादन के क्षेत्र में भी बिहार तेजी से आगे बढ़ रहा है। वर्ष 2013–14 में मत्स्य उत्पादन में राज्य की राष्ट्रीय रैंकिंग 9वें स्थान पर थी, जो 2023–24 में बढ़कर चौथे स्थान पर पहुंच गई।
डॉ. विजयालक्ष्मी ने कहा कि योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन से बिहार अब मत्स्य उत्पादन में आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ चुका है।
बिहार की इन उपलब्धियों ने पशुपालन, डेयरी और मत्स्य क्षेत्र को नई गति दी है, जिससे राज्य देश के उभरते फूड हब के रूप में अपनी पहचान मजबूत कर रहा है।

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