गोवा में होगी बिहार की फिल्म नीति पर बात, निर्माताओं को मिलेगा बुलावा; शुटिंग के लिए ये जगहें परफेक्ट
गोवा में होने वाले इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (Goa Film Festival) में बिहार की फिल्म नीति पर बात होगी। कला संस्कृति विभाग फिल्म निर्माताओं को बिहार में फिल्म निर्माण के लिए बुलाएगा और शूटिंग स्थलों (Shooting Location Bihar) की जानकारी देगा। बिहार सरकार फिल्म उद्योग को बढ़ावा देने के लिए फिल्म निर्माताओं को सुविधाएं देने का प्रयास कर रही है।

बिहार में फिल्म शूटिंग। फोटो AI जनरेटेड
प्रभात रंजन, पटना। इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ इंडिया (IFFI) का आयोजन गोवा में 20-28 नवंबर तक होगा। गोवा फिल्म फेस्टिवल में कला संस्कृति एवं युवा विभाग के अधिकारी व प्रतिनिधि भाग लेंगे। 20-24 नवंबर तक कला संस्कृति विभाग की ओर से प्रदेश में फिल्म निर्माण को लेकर फिल्म निर्माताओं और निर्देशकों को जानकारी से अवगत कराया जाएगा।
फिल्म निर्माताओं को प्रदेश की फिल्म नीति (Bihar Film Policy) के बारे में अवगत कराने के साथ फिल्म निर्माण काे लेकर आमंत्रित करना है। इस दौरान लघु फिल्म के जरिए प्रदेश में फिल्म नीति लागू होने के बाद अब तक के पूर्ण हो चुकी फिल्मों की शूटिंग के बारे में जानकारी दी जाएगी।
इसके अलावा बिहार के फिल्म शूटिंग को लेकर विभिन्न जगहों (Shooting Location Bihar, वातावरण आदि के बारे में पर्यटकों को अवगत कराया जाएगा। फिल्म महोत्सव में भाग लेने का मुख्य उद्देश्यों फिल्म निर्माताओं को प्रदेश में फिल्म निर्माण को लेकर आमंत्रित करना है।
आयोजन के दौरान फिल्म निर्माताओं को फिल्म नीति के बारे में जानकारी देनी है। आने वाले दिनों में प्रदेश में फिल्म निर्माण में तेजी आने के साथ फिल्म उद्योग को बढ़ावा मिल सके।
बिहार में 29 फिल्मों की शूटिंग की अनुमति
बिहार में आई फिल्म प्रोत्साहन नीति फिल्म निर्माताओं को आकर्षित कर रही है। फिल्म नीति लागू होने के बाद अब तक 29 फिल्मों की शूटिंग की अनुमति मिली है। इनमें से 27 फिल्मों की शूटिंग पूरी हो गई है।
सभी फिल्में प्रदेश के अलग-अलग जगहों पर शूट किया गया है। जिसमें संघतिया, द लौंग जर्नी होम, बिहार का जलवा, सुहागिन का सेनुर, घर का बंटवारा, रजनी की बारात, ओह माय डाग, टिया, सुगनी, छठ, बिहान, मइया थावे वाली आदि है।
तीन फिल्मों के अनुदान के लिए आवेदन आ चुका है। इसमें नारी, बंटवारा, पति का प्यार, सास का दुलार शामिल हैं। इंडियन मोशन पिक्चर प्रोडयूसर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अभय कुमार सिन्हा ने बताया कि अनुदान राशि भुगतान की प्रक्रिया को आसान कर दी जाए तो काम और सुविधाजनक होगी।
नीति के जरिए प्रदेश की कला संस्कृति, धरोहर, पर्यटन स्थल को बढ़ावा मिलेगा। फिल्म वित्त निगम लि. के परामर्शी अरविंद रंजन दास ने बताया कि फिल्म निर्माताओं को सहूलियत देना निगम की प्राथमिकता है। प्रयास है कि फिल्म शूटिंग की अनुमति देने से लेकर अनुदान की पूरी प्रक्रिया पारदर्शी और सरल हो।
Film Shooting Location in Bihar
फिल्म निर्माण को लेकर निर्माताओं को प्रदेश के अलग-अलग स्थानों के अलावा पटना के प्रमुख स्थल आकर्षण के केंद्र बना है। इसमें मरीन ड्राइव से लेकर सुल्तान पैलेस, गाेलघर, दीघा घाट, इको पार्क, एनआइटी घाट, जेपी सेतु समेत प्रदेश के गया जिले के टिकारी महाराज का किला, नालंदा के राजगीर में बना ग्लास ब्रिज, वहां के जंगल, पश्विमी चंपारण में वाल्मीकि नगर, रोहतास गढ़ किला, हसन शाह सूरी का गार्डेन समेत अन्य जगह लोगों को पसंद आ रही है।
फिल्म निर्माण को लेकर फिल्म वित्त निगम लिमिटेड के वेबसाइट पर प्रदेश के प्रमुख स्थलों के बारे में तस्वीर के साथ जानकारी दी गई है। फिल्म निर्माण को लेकर निर्माता अपने पसंद के अनुसार स्थलों का चयन करके फिल्म की शूटिंग कर सकते हैं।

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