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    विधायक जी बताइए, अब तक कहां थे आप? पांच साल बाद फिर आई जनता की बारी, नेताओं के कामकाज पर शुरू हुई समीक्षा

    Updated: Fri, 24 Oct 2025 08:53 AM (IST)

    बिहार में चुनाव का माहौल है और जनता नेताओं से उनके काम का हिसाब मांग रही है। कई विधायकों को जनता की नाराजगी का सामना करना पड़ रहा है। एनडीए और महागठबंधन ने जनता की नाराजगी को कम करने के लिए कई विधायकों के टिकट काट दिए हैं। सोशल मीडिया पर विधायकों से सवाल पूछते हुए वीडियो वायरल हो रहे हैं। मधेपुरा में युवाओं ने विधायक से 15 सालों का हिसाब मांगा।

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    चुनाव में जनता का सवाल

    इलेक्शन डेस्क, भागलपुर। लोकतंत्र के महापर्व (चुनाव) का रंगमंच पूरी तरह से सज गया है। उम्मीदवार जहां मतदाताओं के घर-घर जाकर वोट देने की अपील कर रहे हैं। वहीं, बड़े नेताओं के उड़नखटोले (हेलीकाप्टर) भी अलग-अलग क्षेत्र में उतरने लगे हैं। खैर, पांच साल बाद अब जनता की बारी आई है। ऐसे में जनता माननीय (नेताओं) के काम-काज की समीक्षा कर रही है। तीखे सवाल भी पूछ रही है।

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    जनता के तीखे सवालों से नेताओं के पसीने छूट रहे हैं। हाथ जोड़कर अगली बार से सुधार की गुंजाइश बताकर मतदाताओं को मनाने की भरसक कोशिश भी की जा रही है। विरोध को शांत करने के लिए काटे विधायकों के टिकट: एनडीए और महागठबंधन ने जनता की नाराजगी कम करने के लिए बड़े पैमाने पर विधायकों के टिकट काटे।

    पूर्व बिहार, कोसी और सीमांचल के 62 सीटों में से 18 सीटिंग विधायकों के टिकट कट गए। कई जगहों पर पुराने प्रत्याशियों को भी बदला गया है।

    विधायकों को झेलनी पड़ रही नाराजगी 

    बिहारीगंज के जदयू विधायक निरंजन मेहता को विगत तीन दिनों में तीन जगहों पर मतदाताओं की नाराजगी झेलनी पड़ी है। मधेपुरा से राजद विधायक चंद्रशेखर को भी बालम गढ़िया गांव में काली पूजा मेला में आम जनता के सवाल का सामना करना पड़ा है। कदवा में कांग्रेस विधायक शकील अहमद और बिहपुर में भाजपा विधायक ई. शैलेंद्र को लेकर लोगों की नाराजगी का वीडियो सामने आया है।

    इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित हो रहा वीडियो

    बिहारीगंज विधानसभा क्षेत्र से जदयू प्रत्याशी और निवर्तमान विधायक निरंजन मेहता पर स्थानीय लोगों का आरोप है कि वह सिर्फ चुनाव के समय ही क्षेत्र में नजर आते हैं और एनडीए के नाम पर वोट लेकर जीत जाते हैं। वायरल वीडियो में से एक उदाकिशुनगंज प्रखंड के पिपरा करौती गांव का है।

    विधायक निरंजन मेहता जब जनसंपर्क के लिए पहुंचे तो ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया और वापस जाओ के नारे लगाने लगे। इसी तरह दूसरा वीडियो ग्वालपाड़ा क्षेत्र का है। यहां लोगों ने विधायक से पिछले 10 वर्षों में किए गए विकास कार्यों का ब्यौरा मांगा। लोगों ने आरोप लगाया कि क्षेत्र में सड़क, बिजली, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत सुविधाओं की स्थिति बदतर है, लेकिन आपने ने कभी स्थायी समाधान की कोशिश नहीं की।

    तीसरा वीडियो मुरलीगंज बाजार का है। स्थानीय लोग उनसे सवाल-जवाब करते हुए कामकाज पर असंतोष जता रहे हैं। सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि एक वीडियो में खुद विधायक निरंजन मेहता कहते हुए नजर आ रहे हैं कि आप जिस सड़क पर खड़े हैं वह भी मेरे द्वारा ही बनवाया गया है। हम तो बस दो बार ही आपके बीच आते हैं, एक बार वोट मांगने और दूसरी बार जीतकर धन्यवाद देने।

    युवाओं ने मधेपुरा विधायक से मांगा 15 वर्षों का हिसाब

    मधेपुरा विधायक सह राजद प्रत्याशी चंद्रशेखर तीन दिन पूर्व सदर प्रखंड के आदर्श ग्राम पंचायत बालम गढ़िया के वार्ड नंबर छह में आयोजित काली पूजा समारोह में पहुंचे थे। इस बीच अचानक कुछ युवाओं ने विधायक से जनता से जुड़े सवाल पूछने शुरू कर दिए। जीतै के बाद कतै चैल जै छिये विधायक जी...15 साल से की कैलिये ये विधायक जी यो...।

    इस तरह से युवाओं ने सवाल किया। हालांकि इस दौरान विधायक ने संयम दिखाते हुए माहौल को शांत करने की कोशिश की। उन्होंने युवाओं को समझाने का प्रयास किया कि धार्मिक आयोजन में इस तरह की चर्चा उचित नहीं है। जनता की समस्याएं उनकी प्राथमिकता में हैं और वह चुनाव के बाद भी लोगों के बीच रहकर काम करेंगे।

    पूरे घटनाक्रम का वीडियो बनाकर किसी ने वायरल कर दिया। अब विरोधी दलों के समर्थक इस वीडियो को अपने पक्ष में प्रचारित कर रहे हैं। वहीं राजद कार्यकर्ता प्रो. चंद्रशेखर के समर्थन में उतर आए हैं।