Bihar Chunav: कुम्हरार विधानसभा क्षेत्र में ऋतुराज सिन्हा को कायस्थों ने घेरा, चित्रगुप्त पूजा पंडालों में हुआ भारी विरोध
बिहार विधानसभा चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। कुम्हरार विधानसभा क्षेत्र में भाजपा नेता ऋतुराज सिन्हा को कायस्थ समाज के लोगों ने घेरा और विरोध जताया। कायस्थों ने भाजपा को सबक सिखाने की चेतावनी दी क्योंकि पार्टी ने मौजूदा विधायक का टिकट काट दिया है। भाजपा का तर्क है कि उन्होंने कायस्थों को पर्याप्त प्रतिनिधित्व दिया है।

कुम्हरार विधानसभा क्षेत्र में ऋतुराज सिन्हा को कायस्थों ने घेरा
राज्य ब्यूरो, पटना। विधानसभा चुनाव को लेकर दलों की ओर से टिकट काटने को लेकर सामाजिक विरोध-प्रतिशोध अब सतह पर आ गई है। समाज से जुड़े दलों के शीर्ष नेताओं को त्यौहारों के दौरान अब जगह-जगह इस विरोध को झेलना पड़ रहा है।
चित्रगुप्त पूजा पंडाल में शुक्रवार की शाम कुम्हरार विधानसभा क्षेत्र के ककड़बाग में भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री एवं शाहाबाद व मगध क्षेत्र के प्रभारी ऋतुराज सिन्हा को ऐसे ही विरोध से सामना हुआ। कायस्थ समाज के लोगों ने कई पंडालों में ऋतुराज का विरोध किया। यही नहीं, समाज के आक्रोशित लोगों ने ऋतुराज के समक्ष ही जनसुराज पार्टी के प्रत्याशी केसी सिन्हा वोट देकर भाजपा को सबक सीखाने की चेतावनी दी।
उल्लेखनीय है कि कुम्हरार के विधायक अरूण सिन्हा का टिकट काट कर भाजपा ने वैश्य समाज के संजय गुप्ता को प्रत्याशी बनाया है। उधर, टिकट काटने के पीछे भाजपा नेतृत्व का तर्क है कि वर्तमान में पटना साहिब के सांसद रविशंकर प्रसाद कायस्थ हैं।
पथ निर्माण मंत्री एवं बांकीपुर के विधायक नितिन नवीन कायस्थ समाज से हैं। यही नहीं, विधान परिषद में उप मुख्य सचेतक एवं भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी संजय मयूख भी कायस्थ हैं। ऐसे में समाज की आबादी की तुलना में पार्टी ने समुचित एवं दूसरे दलों की तुलना सर्वाधिक प्रतिनिधित्व कायस्थ समाज को दी गई है।
कायस्थों का है दबदबा
कुम्हरार विधानसभा क्षेत्र में कायस्थ हमेशा से निर्णायक भूमिका निभाते आए हैं। इस क्षेत्र में कुल मतदाताओं संख्या सवा चार लाख से अधिक है, जिसमें कायस्थों का दावा है कि सर्वाधिक आबादी कायस्थ समाज की है। कायस्थों के अतिरिक्त यहां भूमिहार, यादव, राजपूत, कोइरी, कुर्मी, ब्राह्मण एवं मुस्लिम मतदाता अपनी अहम भूमिका दर्ज कराते हैं।
कुम्हरार सीट बिहार चुनाव के दौरान सबसे अहम सीट मानी जाती है। यह पूरी तरह शहरी क्षेत्र में आता है। पिछले पांच चुनाव से इस सीट पर भाजपा अपनी पकड़ बनाए हुए है। 2020 के विधानसभा चुनाव में राजद के उम्मीदवार धर्मेंद्र कुमार को 26 हजार से अधिक मतों से भाजपा प्रत्याशी ने
ने राजद को हराया था।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।