Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    NDA की लहर में परिवारों का क्‍या हुआ, पूर्व CM की पोतियां, बाहुबली की पत्‍नी-बेटी और समधन जीतीं या हारीं?

    By Vyas ChandraEdited By: Vyas Chandra
    Updated: Sat, 15 Nov 2025 05:02 PM (IST)

    Bihar Chunav: बिहार में एनडीए की लहर के बीच कई राजनीतिक परिवारों के सदस्यों की किस्मत दांव पर थी। पूर्व मुख्यमंत्रियों की पोतियां, बाहुबलियों की पत्नियां और बेटियां चुनावी मैदान में थीं। कुछ परिवारों को सफलता मिली, तो कुछ को हार का सामना करना पड़ा। मतदाताओं ने इस बार मिले-जुले नतीजे दिए, जिसमें कुछ परिवारों ने अपनी राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ाया, तो कुछ को जनता ने नकार दिया।

    Hero Image

    विधानसभा चुनाव जीतने वाले प्रत्‍याशी। जागरण आर्काइव

    ड‍िज‍िटल डेस्‍क, पटना। Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव में इस बार NDA से जुड़े कई राजनेताओं के परिवार के सदस्‍यों की किस्‍मत चमक गई।

    मतदाताओं ने दूसरी पीढ़ी को भी सर-माथे पर बिठाया, लेक‍िन जो एनडीए से अलग रहे, उनमें से अधिसंख्‍य को करारी हार का सामना करना पड़ा।   

    लालू के एक बेटे भी हारे चुनाव 

    लालू परिवार में भी एक बेटे को जीत तो दूसरे को हार म‍िली। कई राउंड में पिछड़ने के बाद तेजस्‍वी यादव (Tejashwi Yadav) ने आखिरकार जीत हासिल की। महुआ सीट पर तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) जादू नहीं चला सके।   

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ज‍िन्‍हें हार का सामना करना पड़ा उनमें जननायक कर्पूरी ठाकुर (Karpuri Thakur) की पोती डा. जागृति‍, पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह (Ex Minister RCP Singh) की पुत्री लता सिंह के नाम प्रमुख हैं।

    इनके अलावा जगदानंद सिंह के पुत्र अजीत कुमार, सूरजभान सिंह की पत्‍नी वीणा सिंह, मुन्‍ना शुक्‍ला की पुत्री शिवानी शुक्‍ला को भी जनता ने भाव नहीं दिया। 

    शहाबुद्दीन के बेटे को मिली जीत 

    हालांक‍ि दिवंगत सांसद शहाबुद्दीन (Md Shahabuddin) के बेटे ओसामा शहाब, पूर्व मुख्‍यमंत्री दरोगा प्रसाद राय की पौत्री डा. करिश्‍मा एनडीए की लहर में भी जनादेश अपने पक्ष में ले आईं। 

    मांझी की बहू-समधन की नैया भी पार 

    अब बाद राजग की करें तो यहां बहू, बेटी, पत्‍नी, समधन तक का बेड़ा पार हो गया। केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की बहू दीपा मांझी और समधन ज्‍योत‍ि देवी फिर से विधायक चुन ली गई हैं। 

    हम प्रत्‍याशी दीपा मांझी ने इमामगंज सीट पर राजद की ऋतुप्रिया चौधरी को 25,856 मतों से पराजित क‍िया। उधर ज्‍योत‍ि देवी ने बाराचट्टी सीट पर राजद की तनुश्री कुमारी को 8,893 मतों से हरा दिया। 

    राज्‍यसभा सदस्‍य व रालोमो प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा की पत्‍नी स्‍नेहलता कुशवाहा सासाराम से चुनी गई हैं। उन्‍होंने  1,05,006 मत हास‍िल कर 25, 443 के बड़े अंतर से राजद प्रत्‍याशी सत्‍येंद्र साह को शिकस्‍त दी। 

    सुनील पांडेय के बेटे भी बने विधायक 

    पूर्व विधायक व जदयू नेता राजीव रंजन के बेटे रूहेल रंजन ने इस्‍लामपुर सीट पर राजद प्रत्‍याशी राकेश कुमार रौशन को 32,239 मतों के बड़े अंतर से पराज‍ित क‍िया।  

    गौराबौराम से पूर्व विधायक स्‍वर्णा सिंह के पत‍ि अजीत कुमार को भाजपा के टिकट पर जीत मिली। उन्‍होंने राजद प्रत्‍याशी अफजल अली खान को 5,669 मतों से हराया।

    राजद प्रत्‍याशी के पक्ष में बैठने वाले वीआइपी सुप्रीमो मुकेश सहनी के भाई संतोष सहनी के पक्ष में भी मतदाताओं ने 393 मत डाल दिए। 

    बाहुबली सुनील पांडेय के पुत्र विशाल प्रशांत ने भाजपा उम्‍मीदवार के रूप में तरारी सीट से सीपीआइ एमल प्रत्‍याशी मदन सिंह को 11,464 मतों से पराजित क‍िया।  

    वारिसनगर से जदयू विधायक रहे अशोक कुमार मुन्‍ना के बेटे मंजरीक मृणाल को भी जीत मिली। वे सीपीआइ एमएल के प्रत्‍याशी फूलबाबू सिंह को 34,436 मतों से हराने में सफल रहे।  

     

    विधानसभा में लगातार गूंजने वाले चेहरों की आवाज अब इस बार नहीं दिखेगी