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    Bihar Chunav: चुनाव आयोग का कसा शिकंजा, एकाउंट ब्‍लॉक, एआइ कंटेट पर सख्‍ती

    By Raman Shukla Edited By: Vyas Chandra
    Updated: Wed, 29 Oct 2025 07:01 PM (IST)

    विधानसभा चुनाव के दौरान फर्जी खबरों और एआई आधारित सामग्री के इस्तेमाल पर चुनाव आयोग सख्त हो गया है। आयोग ने इंटरनेट मीडिया पर निगरानी बढ़ा दी है और कई अकाउंट ब्लॉक किए हैं। मीडिया सेल और आर्थिक अपराध इकाई भी सक्रिय हैं। आपत्तिजनक पोस्ट पर तुरंत कार्रवाई की जा रही है और शिकायतों पर केस दर्ज किए जा रहे हैं।

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    इंटरनेट मीडिया पर भ्रामक और आपत्‍त‍िजनक सामग्री पर आयोग की सख्‍ती। सांकेतिक तस्‍वीर

    राज्य ब्यूरो, पटना। विधानसभा चुनाव के मध्य विशेषकर त्यौहारों के दौरान राजनीतिक दलों द्वारा एक-दूसरे के विरुद्ध एआइ (कृत्रिम बुद्धिमत्ता) आधारित कंटेंट एवं फेक न्यूज को लेकर निर्वाचन आयोग सख्त हो गया है। इंटरनेट मीडिया की निर्वाचन आयोग के साथ ही मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय एवं जिला निर्वाचन अधिकारी कार्यालय सख्त निगरानी करा रहा है। इसके साथ ही राजनीति दलों के इंटरनेट मीडिया अकाउंट से साझा किए गए सामग्री के विरुद्ध आयोग के निर्देश कार्रवाई भी सुनिश्चित की जा रही है। इसी क्रम में फेक न्यूज एवं प्रतिबंधित सामग्री साझा करने के मामले में एआइ कंटेंट पर कड़ी निगरानी के साथ ही सौ से अधिक केस दर्ज कर दर्जनों इंटरनेट मीडिया अकाउंट ब्लाक करने की कार्रवाई की गई है।

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    यही नहीं, इंटरनेट मीडिया पर फर्जी खबरों पर कड़ी नज़र रखने की व्यवस्था सख्त कर दी है। एआइ से तैयार या परिवर्तित किए गए वीडियो एवं सामग्री पर निगरानी तेज कर दी गई है। मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय में मीडिया सेल लगातार मानीटरिंग कर रही है। वहीं, डीजीपी कार्यालय की इंटरनेट मीडिया सेल एवं आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) भी सक्रिय है।इंटरनेट मीडिया पर ऐसे कई पेज एवं अकाउंट को वाच लिस्ट में डाला गया है, जहां से राजनीतिक बयानों या आपत्तिजनक पोस्टों की नियमित सक्रियता देखी जा रही है।

    किसी भी राजनीतिक, भ्रामक या भड़काऊ पोस्ट के सामने आते ही मामले पर तुरंत कार्रवाई की जा रही है। राजनीतिक दलों, अभ्यर्थियों या किसी अन्य तीसरे पक्ष द्वारा की गई शिकायतों की जांच के उपरांत कार्रवाई सुनिश्चित की जा रही है।
    किसी व्यक्ति की आवाज की नकल कर बनाए गए आडियो/वीडियो का उपयोग करना प्रतिबंधित है। ऐसे मामलों पर भी कार्रवाई की जाएगी। मुख्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के मीडिया नोडल अधिकारी कपिल शर्मा कहना है कि कहना है कि तकनीक के दुरुपयोग को रोकना और मतदाताओं को फर्जी, भ्रामक या एआइ-निर्मित सामग्री से बचाना लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिए अत्यंत आवश्यक है। ऐसे सभी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए कड़ी निगरानी की जा रही है। 

    शिकायतों पर कार्रवाई, 21 मामलों में केस दर्ज

    आर्थिक अपराध इकाई, साइबर सेल एवं अन्य एजेंसियों के माध्यम से अब तक 90 से अधिक शिकायतों पर कार्रवाई की जा चुकी है। इसके साथ ही 21 मामलों में केस दर्ज की गई है। आपत्तिजनक पोस्ट हटाने और अकाउंट ब्लाक करने के लिए संबंधित सोशल मीडिया कंपनियों से नियमित संपर्क किया जा रहा है। इस संबंध में सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों को भी निर्देश जारी किए गए हैं कि ऐसी शिकायतें सामने आते ही आइटी एक्ट और अन्य संबंधित कानूनों के तहत तुरंत कार्रवाई सुनिश्चित करें। अभी तक भाजपा, कांग्रेस, राजद एवं अन्य दलों द्वारा एक-दूसरे के विरुद्ध कई मामलों में मुख्य निर्वाचन अधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल के समक्ष शिकायत की गई है। सर्वाधिक शिकायत राजद के विरुद्ध है।