Bihar Elections: चिराग पासवान का छलका दर्द, मुसलमानों ने नहीं दिया मेरे पिता का साथ
लोकसभा चुनाव के दौरान, एलजेपी (रामविलास) नेता चिराग पासवान ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उनके पिता रामविलास पासवान को मुस्लिम समुदाय का पर्याप्त समर्थन नहीं मिला। उन्होंने एक साक्षात्कार में बिहार की राजनीति और अपने पिता के संघर्षों पर बात करते हुए यह टिप्पणी की। चिराग पासवान ने बिहार चुनाव को लेकर भी अपनी राय रखी।

चिराग पासवान। जागरण आर्काइव
राज्य ब्यूरो, पटना। केंद्रीय मंत्री एवं लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने मुसलमानों को लेकर बड़ी बात कह दी है। शनिवार को चिराग ने अपने एक्स हैंडिल पर लिखा कि मेरे पिता रामविलास पासवान ने बिहार में मुस्लिम को सीएम बनाने के लिए पार्टी तक कुर्बान कर दी, फिर भी मुसलमानों ने साथ नहीं दिया।
राजद पर साधा निशाना
चिराग ने इस बात को लेकर भी दुख जताया कि बिहार के मुसलमान ने उनकी पार्टी का साथ नहीं दिया। चिराग ने राजद पर निशाना साधते हुए लिखा कि 2005 में भी राजद मुस्लिम मुख्यमंत्री के लिए तैयार नहीं था और आज 2025 में भी न मुस्लिम मुख्यमंत्री के लिए तैयार है न हीं उपमुख्यमंत्री के लिए। चिराग ने मुसलमानों से कहा कि अगर आप बंधुआ वोट बनकर रहेंगे तो सम्मान और भागीदारी कैसे मिलेगी।
2005 में मुस्लिम सीएम चाहते थे रामविलास पासवान
इस पोस्ट के माध्यम से चिराग ने 2005 का दृश्य याद कराने का प्रयास किया है। दरअसल उस वर्ष फरवरी में हुए चुनाव में रामविलास पासवान की पार्टी तीसरे मोर्चे के रूप में मैदान में थी। उस चुनाव में लोजपा को 29 सीटें मिलीं। इनमें दो मुस्लिम विधायक भी थे। राजद को 75 जबकि एनडीए को 92 सीटें मिली थीं। इस तरह से दोनों सत्ता से दूर रहे। रामविलास पासवान ने तब कहा कि किसी मुस्लिम को मुख्यमंत्री बनाएं, लेकिन राजद इसके लिए तैयार नहीं हुआ। लोजपा ने न तो राजद को समर्थन दिया और न एनडीए को। नतीजा हुआ कि फिर से चुनाव कराया गया।
बाद में लोजपा में बिखराव हो गया था। उनके 12 विधायक अलग हो गए थे। इसके बाद फिर चुनाव हुआ, लेकिन लोजपा को 10 सीटें ही मिल सकीं। इस तरह से चिराग ने एक बार फिर नया दांव खेल दिया है। राजद ने इस बार मुकेश सहनी को उपमुख्यमंत्री बनाया है, लेकिन मुसलमानों के नाम पर कोई बात बाहर नहीं आई है।

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