Bihar Chunav: शाह ने आस्था व आध्यात्म की डोर से आधी आबादी को साधा, छठी मइया से मांगा वरदान
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बिहार चुनाव में आस्था और आध्यात्म के माध्यम से आधी आबादी को साधने का प्रयास किया। उन्होंने छठी मैया से प्रार्थना की और क्षेत्र की धार्मिक भावनाओं का सम्मान किया। शाह ने धार्मिक भावनाओं का सम्मान करते हुए मतदाताओं को आकर्षित करने की कोशिश की।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह। जागरण आर्काइव
रमण शुक्ला, पटना। विधानसभा चुनाव प्रचार के क्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को ताबड़तोड़ तीन जिले में चुनावी जनसभाएं कीं। इस दौरान एनडीए के कोर वोट बैंक आधी आबादी को आस्था एवं आध्यात्मक की डोर से साधने का हर संभव प्रयास किया। शाह ने सभा की शुरुआत पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं लोजपा संस्थापक रामविलास पासवान के गृह जिले खगड़िया से की। दूसरी जनसभा में बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह के जिले मुंगेर को भगवान राम से जोड़ा एवं अंतिम जनसभा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में करते हुए मतदाताओं को भक्ति भाव से विभोर करने का हर संभव प्रयास किया।
विकास के मार्ग पर बढ़ता रहे बिहार
छठ महापर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वे छठी मैया से यही प्रार्थना करते हैं कि बिहार हमेशा जंगलराज से मुक्त रहे। विकास के मार्ग पर आगे बढ़ता रहे। शाह ने कहा कि छठ बिहार की अस्मिता, आस्था एवं आत्मबल का प्रतीक है। यह पर्व सामाजिक एकता, पवित्रता और त्याग की भावना को दर्शाता है। महिलाओं से संवाद करते हुए शाह ने कहा कि जिस प्रकार अस्ताचलगामी एवं उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देकर माताएं-बहनें अपने परिवार की सुख-समृद्धि की कामना करती हैं, उसी तरह वे भी छठी मैया से बिहार की खुशहाली की कामना करते हैं।
बिहार को अंधकार की ओर ले जानेवालों से रहें सतर्क
बिहार के विकास को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रयास की भुनाने का हर संभव प्रयास किया तो यह भी बताया कि बिहार ने जंगलराज का वो दौर देखा है जब अपराध, भ्रष्टाचार एवं परिवारवाद चरम पर था। शाह ने जनता से अपील की कि वे ऐसे लोगों से सावधान रहें। एक बार फिर बिहार को उसी अंधकार के दौर में ले जाने प्रसास करने वालों को रोकें। बताया कि भाजपा का संकल्प बिहार को आत्मनिर्भर और सुरक्षित बनाना है। अमित शाह ने यह भी कहा कि छठ पर्व केवल पूजा का नहीं, बल्कि अनुशासन, संयम और स्वच्छता का भी संदेश देता है। उन्होंने सभी व्रतियों के प्रति सम्मान व्यक्त करते हुए कहा कि छठी मैया की कृपा से बिहार सदा खुशहाल, सुरक्षित एवं प्रगतिशील बना रहे यही मेरी प्रार्थना है।
महिलाओं की भीड़ देख हुए गदगद
राजद के जंगलराज की चर्चा करते हुए कहा कि बहन-बेटियां सुरक्षित रहें यही मेरी कामना है। बोले सोचा था कि आज छठ के पहले दिन शायद लोग नहीं आएंगे, लेकिन यह देखकर प्रसन्नता हुई कि मैदान में भारी भीड़ है, इसके लिए खगड़िया, मुंगेर एवं नालंदा की जनता को कोटि-कोटि धन्यवाद।
हिंदुत्व के एजेंडा को दिया धार
शाह ने हिंदुत्व के एजेंडा को आगे बढ़ाते हुए कहा कि मुंगेर की धरती प्रभु श्रीराम से जुड़ी हुई है। मुंगेर को रामायण सर्किट में जोड़ने का निर्णय लिया गया है। अयोध्या में 550 साल तक रामलला टेंट में रहे और कांग्रेस, सपा, बसपा, ममता बनर्जी एवं लालू यादव की पार्टियों ने मिलकर मंदिर का विरोध किया। 2019 में देश की जनता ने फिर से नरेन्द्र मोदी को प्रधानमंत्री बनाया। मोदी ने राम मंदिर का भूमि पूजन किया एवं रामलला की प्राण प्रतिष्ठा भी की। इसके अतिरिक्त सीतामढ़ी के पुनौराधाम में मां सीता का भव्य मंदिर बनाने की शुरुआत हो गई है। कष्टहरिणी घाट एवं माता सीता चरण के मंदिर का विकास भी किया जाएगा।
जहां यात्रा रोकी गई थी वहां बनेगा भव्य मंदिर
शाह ने कहा कि खगड़िया के बगल में समस्तीपुर में जहां यात्रा रोकी गई थी, वहां भी माता सीता और प्रभु श्री राम का भव्य मंदिर बनाने का कार्य भाजपा करेगी। मुंगेर में सीता कुंड का भी विकास होने वाला है। मुंगेर को रामायण सर्किट से जोड़कर धार्मिक तीर्थस्थलों का पुनर्निर्माण किया जाएगा। मुंगेर से मिर्जा चौकी तक चार लेन सड़क बन चुकी है और गंगा नदी पर श्री कृष्ण रेल और सड़क सेतु का निर्माण किया गया है। नालंदा में जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि नालंदा का विश्वप्रसिद्ध विश्वविद्यालय, जिसे बारहवीं शताब्दी में बख्तियार खिलजी ने जलाकर ध्वस्त कर दिया था, उसे पुनः बनवाकर नालंदा की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत को पुनर्जीवित करने का कार्य प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया है।

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