Bihar Politics: महागठबंधन में सीट शेयरिंग पर फंसेगा पेंच! CPI ने तेजस्वी के सामने रख दी इतनी सीटों की मांग
बिहार में आगामी महीनों में विधानसभा चुनाव होने हैं। इस बार एनडीए और महागठबंधन में सीधा टक्कर देखा जा रहा है। बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर कांग्रेस और वामपंथी दल राजद पर दबाव बना रहे हैं। भाकपा महासचिव डी. राजा ने सीट शेयरिंग को बड़ी समस्या बताया है।

राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर महागठबंधन में सीट बंटवारे काे लेकर कांग्रेस के अलावा वामपंथी दल भी राजद पर दबाव बना रहे हैं।
सोमवार को भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के महासचिव डी. राजा ने जनशक्ति भवन में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि महागठबंधन में सीट शेयरिंग बड़ी समस्या है, लेकिन इसका जल्द समाधान होना चाहिए। महागठबंधन में पार्टियां ज्यादा हैं। इसलिए सीट शेयरिंग में चुनौती है।
डी. राजा ने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में छह सीटों पर हमारी पार्टी चुनाव लड़ी थी। मगर इस बार हमारी पार्टी उससे अधिक सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए तैयारी कर रही है।
वहीं, इस मौके पर भाकपा के राज्य सचिव रामनरेश पांडेय ने कहा कि माले को पिछले चुनाव में 19 सीटें दी गई थीं, तो भाकपा को भी 20 सीटें मिलनी चाहिए थी।
तेजस्वी को सौंपी सूची
उन्होंने कहा कि इस बार हम 24 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं, जिसकी सूची तेजस्वी यादव को सौंप दी गई है। अन्य दलों ने भी अपनी-अपनी सीटों की सूची उन्हें दी है।
डी. राजा ने आरोप लगाया कि बिहार में नीतीश सरकार फेल हो चुकी है। भ्रष्टाचार और अपराध से जनता त्रस्त हो चुकी है। चुनाव आयोग के माध्यम से भाजपा-आरएसएस द्वारा बिहार में गरीबों, दलितों और अल्पसंख्यकों को मताधिकार से वंचित करने की साजिश रची जा रही है।
मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण को वापस लेने की मांग को लेकर 23-24 जुलाई को राष्ट्रव्यापी प्रतिरोध दिवस मनाया जाएगा। 8 सितंबर को पटना में बदलो सरकार-बचाओ बिहार रैली आयोजित होगी।
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