युवा कलाकार और भाजपा विधायक मैथिली ठाकुर को मिल सकता है मंत्री पद, पार्टी दे सकती है बड़ा सरप्राइज
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के बाद नई सरकार के गठन को लेकर चर्चा है। युवा भाजपा विधायिका मैथिली ठाकुर मंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे हैं। 25 वर्षीय मैथिली ठाकुर सबसे युवा विधायकों में शामिल हैं और उन्हें महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिल सकती है। इस बार युवाओं और अनुभवी नेताओं का मिश्रण सरकार को नई दिशा देगा।

चुनाव जीतने के बाद अपने परिजन के साथ मैथिली ठाकुर। (फोटो- पीटीआई)
डिजिटल डेस्क, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के नतीजों के बाद जहां नई सरकार के गठन और संभावित मंत्रिमंडल को लेकर चर्चाएं तेज हैं, वहीं सबसे कम और सबसे अधिक उम्र के विजेताओं की सूची भी राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बनी हुई है।
खासकर 25 वर्षीय लोकगायिका और भाजपा विधायिका मैथिली ठाकुर न सिर्फ सबसे युवा विधायकों में शामिल हैं बल्कि इस बात के भी प्रबल संकेत हैं कि उन्हें नई सरकार में मंत्री पद की जिम्मेदारी मिल सकती है। भाजपा की 'सरप्राइज रणनीति' को देखते हुए राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि पार्टी उन्हें युवा, महिला और कलाकार—इन तीनों पहचान के आधार पर बड़ा दायित्व दे सकती है।
युवा में सबसे आगे: 25 वर्षीय मैथिली ठाकुर
दरभंगा जिले के अलीनगर से भाजपा के टिकट पर पहली बार चुनाव लड़कर जीतने वाली मैथिली ठाकुर ने राजद उम्मीदवार विनोद मिश्रा को 11,730 मतों से हराया। उनकी लोकप्रियता, युवाओं में पकड़ और सांस्कृतिक पहचान को देखते हुए माना जा रहा है कि नई सरकार में उन्हें सामाजिक न्याय, कला-संस्कृति या युवा मामलों से जुड़े विभाग की जिम्मेदारी मिल सकती है।
30 वर्ष या उससे कम आयु के 6 युवा विधायक
इस चुनाव में कुल छह ऐसे विजेता सामने आए हैं जो 30 वर्ष या उससे कम उम्र के हैं। ये सभी युवाओं ने महागठबंधन के प्रत्याशियों को शिकस्त दी है
- सोनम रानी (27 वर्ष) – जदयू, त्रिवेणीगंज, सुपौल
- सुजीत कुमार (30 वर्ष) – भाजपा, राजनगर, मधुबनी (42,185 मतों से जीत)
- राकेश रंजन (30 वर्ष) – भाजपा, शाहपुर, भोजपुर
- कोमल सिंह (30 वर्ष) – जदयू, गायघाट, मुजफ्फरपुर
- आदित्य कुमार (30 वर्ष) – भाजपा, सकरा, मुजफ्फरपुर
इन युवा उम्मीदवारों की जीत को नए बिहार की राजनीति में नई पीढ़ी की मजबूत मौजूदगी माना जा रहा है।
सबसे बुजुर्ग विधायक: 79 वर्षीय बिजेंद्र प्रसाद यादव
सुपौल से जदयू के टिकट पर जीते बिजेंद्र प्रसाद यादव 79 वर्ष की उम्र में विधानसभा पहुंचे हैं। उन्होंने कांग्रेस के उम्मीदवार को 30,803 मतों से हराया। उनके अलावा
- हरिनारायण सिंह (78 वर्ष) – जदयू, हरनौत
- सावित्री देवी (77 वर्ष) – राजद, चकाई
- पन्ना लाल सिंह पटेल (76 वर्ष) – जदयू, बेलहर
- मनोहर प्रसाद सिंह (76 वर्ष) – कांग्रेस, मनिहारी
- अनिरुद्ध प्रसाद यादव (76 वर्ष) – जदयू, निर्मली
ये सभी अनुभवी चेहरे नई विधानसभा को अनुभव और स्थिरता प्रदान करेंगे।
कैबिनेट विस्तार में “सरप्राइज” की तैयारी?
भाजपा की कार्यशैली को देखते हुए माना जा रहा है कि नए मंत्रालयों में कुछ चेहरे चौंकाने वाले होंगे, और इनमें मैथिली ठाकुर का नाम प्रमुख रूप से उभर रहा है। पार्टी नेतृत्व ने हालांकि अभी तक कोई आधिकारिक संकेत नहीं दिया है, लेकिन सूत्रों का दावा है कि 'युवा और महिला प्रतिनिधित्व' इस बार मंत्रिमंडल का बड़ा हिस्सा हो सकता है।
युवाओं की बड़ी जीत और वरिष्ठ नेताओं का अनुभव, इन दोनों के मिश्रण से बिहार की नई सरकार किस तरह आकार लेगी, इस पर सबकी निगाहें टिकी हैं।

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