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    बिहार चुनाव: पहले चरण में जदयू-राजद की प्रतिष्ठा दांव पर, तेजस्‍वी व सम्राट की किस्‍मत होगी तय

    By Kumar RajatEdited By: Vyas Chandra
    Updated: Sat, 18 Oct 2025 07:00 PM (IST)

    बिहार चुनाव का पहला चरण जदयू और राजद के लिए महत्वपूर्ण है। यह इन दलों की साख और तेजस्वी यादव व सम्राट चौधरी जैसे नेताओं की प्रतिष्ठा का प्रश्न है। पहले चरण के नतीजे यह तय करेंगे कि कौन सी पार्टी शुरुआती बढ़त बनाती है। दोनों ही दल अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं ताकि जनता का विश्वास जीत सकें।

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    राजद

    कुमार रजत, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मैदान सज चुका है। इस चरण में कुल 121 सीटों पर मतदान होना है। पिछले विधानसभा चुनाव में इन 121 सीटों पर कांटे का मुकाबला रहा था जिसमें महागठबंधन के खाते में सर्वाधिक 61 जबकि एनडीए के खाते में 59 सीटें गई थीं। लोजपा अकेले लड़ रही थी जिसे एक सीट मिली थी जो बाद में एनडीए के खाते में आ गई थी। इस तरह मुकाबला लगभग बराबरी का है। इस बार पहले चरण की 121 सीटों पर दोनों प्रमुख गठबंधनों में राजद और जदयू की सर्वाधिक सीटें दांव पर लगी हैं।

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    महागठबंधन की ओर से राजद ने 71 जबकि एनडीए से जदयू ने सबसे अधिक 57 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं। एनडीए में जदयू के बाद भाजपा के 48, लोजपा (रामविलास) के 14 जबकि उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी राष्ट्रीय लोक मोर्चा (रालोमो) के दो प्रत्याशी मैदान में हैं। एनडीए के एक और सहयोगी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) की एक भी सीट पहले चरण में नहीं है।

    महागठबंधन में 121 सीटों पर 127 उम्मीदवार


    महागठबंधन की ओर से पहले चरण की 121 सीटों पर 127 उम्मीदवार उतारे गए हैं। इसका कारण आधा दर्जन सीटों पर महागठबंधन के दलों के बीच दोस्ताना मुकाबला है। इनमें वैशाली और लालगंज में राजद बनाम कांग्रेस, तारापुर में राजद बनाम वीआइपी जबकि राजापाकर, रोसड़ा और बिहारशरीफ की सीट पर कांग्रेस बनाम सीपीआइ के उम्मीदवार आमने-सामने हैं। राजद पहले चरण की सबसे अधिक 71 सीटों पर लड़ रहा है। इसके बाद कांग्रेस 25, भाकपा माले 14, वीआइपी और सीपीआइ छह-छह, सीपीएम तीन और आइपी गुप्ता की इंडियन इंक्लूसिव पार्टी (आइआइपी) को दो सीटें मिली हैं।

    सबसे अधिक तीन दर्जन सीटों पर राजद बनाम जदयू 

    पहले चरण की जिन 121 सीटों पर मतदान होना है, उनमें राजद और जदयू के बीच सबसे अधिक तीन दर्जन सीटों पर आमने-सामने का मुकाबला है। वहीं राजद और भाजपा के बीच 23 सीटों पर मुकाबला होना है। कांग्रेस का सबसे अधिक 13 सीटों पर भाजपा से मुकाबला होना है, जबकि कांग्रेस बनाम जदयू की एक दर्जन सीटें हैं। चिराग की पार्टी लोजपा (रा) और राजद के बीच 11 सीटों पर मुकाबला होना था मगर मढ़ौरा की सीट से लोजपा (रा) की उम्मीदवार सीमा सिंह का नामांकन रद होने से अब दस सीटों पर मुकाबला होगा। भाकपा-माले का पहले चरण में 14 में सात सीटों पर जदयू से मुकाबला है।

    वहीं माले पांच सीटों पर भाजपा जबकि दो सीटों पर लोजपा के साथ आमने-सामने है। मुकेश सहनी की वीआइपी का छह में चार सीटों पर भाजपा उम्मीदवार जबकि दो सीटों पर जदयू उम्मीदवारों से मुकाबला है। उपेन्द्र कुशवाहा की पार्टी रालोमो का दोनों ही सीटों पर राजद से सीधा मुकबाला है।

    तेजस्वी, सम्राट, विजय समेत कई बड़े चेहरों की किस्मत होगी तय

    महागठबंधन और एनडीए दोनों ओर के सबसे बड़े चेहरों की किस्मत पहले चरण के चुनाव में ही तय होगी। इसके लिए छह नवंबर को मतदान होना है। महागठबंधन की ओर से नेता प्रतिपक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव राघोपुर से चुनावी मैदान में हैं। वहीं एनडीए की ओर से दोनों वर्तमान उप-मुख्यमंत्री की जीत-हार भी पहला चरण ही तय करेगा। सम्राट चौधरी तारापुर जबकि विजय कुमार सिन्हा लखीसराय सीट से चुनावी महासमर में हैं। इसके अलावा जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा के साथ वर्तमान मंत्री मंगल पांडेय, विजय कुमार चौधरी, नितिन नवीन, श्रवण कुमार, जिवेश मिश्रा, संजय सरावगी, रत्नेश सदा समेत कई मंत्रियों की किस्मत पहला चरण तय करेगा। वहीं छपरा से चुनाव लड़ रहे भोजपुरी फिल्मों के सुपरस्टार खेसारी लाल यादव और अलीनगर की सीट से चुनाव लड़ रहीं लोकगायिका मैथिली ठाकुर का राजनीतिक भविष्य भी पहला चरण तय करेगा।


    पिछली बार 121 सीटों का यह था परिणाम

     

    • दल - जीती सीटें
    • राजद - 42
    • भाजपा - 32
    • जदयू - 23
    • कांग्रेस - 08
    • भाकपा माले - 07
    • वीआइपी - 04
    • सीपीआइ - 02
    • सीपीएम - 02
    • लोजपा - 01