मुन्ना शुक्ला और अजय वर्मा समेत 14 बंदी बेउर जेल से ट्रांसफर, बिहार चुनाव से पहले पुलिस का बड़ा एक्शन
बिहार में आगामी चुनावों से पहले पुलिस ने बेउर जेल से अजय वर्मा और मुन्ना शुक्ला समेत 14 बंदियों को दूसरी जेलों में भेज दिया है। सुरक्षा कारणों और चुनावी माहौल को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। पुलिस का उद्देश्य चुनाव के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखना है और किसी भी अप्रिय घटना को रोकना है। अन्य बंदियों पर भी कड़ी नजर रखी जा रही है।

मुन्ना शुक्ला
जागरण संवाददाता, पटना। विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था लेकर रविवार को आदर्श केंद्रीय कारा बेउर में बंद कई कुख्यात बंदियों को अन्य जेलों में स्थानांतरित किया। इसके कुख्यात अजय वर्मा और मुन्ना शुक्ला समेत कुल 14 बंदियों को कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच भागलपुर सेंट्रल जेल भेजा गया।
इनके अलावा लक्ष्मी सिंह, विशाल, जयंतकांत, बबलू चंदन, भरत, गौतम कुमार, अविनाश कुमार, नीरज चौधरी, दानिश, सोनू कुमार और शुभम शामिल हैं। इन सभी पर गंभीर मामले दर्ज हैं। इनकी जेल के भीतर गतिविधियों पर विशेष नजर रखी जा रही थी। इसके पहले गुरुवार को भी बेउर जेल से 14 अन्य कुख्यातों को भागलपुर के विशेष केंद्रीय कारा में भेजा गया था।
इनमें रवि गोप, तौसीफ उर्फ बादशाह और डीडी जैसे नाम शामिल हैं। इनके अलावा नियाज अहमद, शंकर राय, शाहबाज उर्फ शौकत, विजय कांत पांडेय, राजेश यादव, उमेश यादव, रौशन शर्मा, विजय साहनी, मोहम्मद राजा, मोहम्मद दानिश और मोनू कुमार को भी स्थानांतरित किया गया था।
नाला रोड निवासी रवि गोप के खिलाफ पटना के कदमकुआं, पीरबहोर और फुलवारीशरीफ थानों में करीब 16 आपराधिक मामले दर्ज हैं। वहीं, तौसीफ उर्फ बादशाह चर्चित चंदन मिश्रा हत्याकांड का आरोपित है।
बेउर जेल में भी छठ की आस्था, 38 बंदी देंगे डूबते सूर्य को अर्घ्य
आदर्श केंद्रीय कारा बेउर की ऊंची दीवारों के भीतर भी छठ महापर्व के श्रद्धा की किरणें झिलमिला उठी हैं। कारागार में इस बार कुल 38 बंदी छठ व्रत कर रहे हैं, जिनमें 15 महिला बंदी शामिल हैं। व्रतियों के लिए प्रशासन ने पूजा-पाठ, प्रसाद और अर्घ्य की पूरी व्यवस्था की है।
सोमवार को सभी व्रती जेल परिसर के तालाब में डूबते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करेंगे। जेल प्रशासन ने तालाब को छठ घाट का रूप दिया है। इसे फूलों और एलईडी लाइटों से सजाया गया है।
जेल अधीक्षक ने बताया कि छठ व्रतियों के लिए स्वच्छ वातावरण, सुरक्षा और सुविधा का पूरा ध्यान रखा गया है। सोमवार शाम और मंगलवार सुबह दोनों अर्घ्य के लिए यह घाट तैयार किया गया है।

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