Bihar Election Result: बिहार की ये 40 सीटें देती हैं सत्ता की चाबी, NDA ने 35 पर मारी बाजी; JDU पर सबसे ज्यादा भरोसा
बिहार की 40 लोकसभा सीटें सत्ता की चाबी मानी जाती हैं। हाल के चुनावों में एनडीए ने 35 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया है, जिससे राज्य में उनकी पकड़ मजबूत हुई है। जदयू (JDU) को सबसे अधिक सीटें मिली हैं, जो जनता के भरोसे को दर्शाती है। यह परिणाम बिहार की राजनीति में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकता है।
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बिहार चुनाव रिजल्ट 2025
सौरभ पांडेय,पटना। प्राय: हर चुनाव में जिस गठबंधन या दल को सुरक्षित श्रेणी की सीटों पर सर्वाधिक सफलता मिलती है, सरकार उसी की बनती है। विधानसभा के पहले चुनाव से लेकर अब तक का यही रिकॉर्ड रहा है। पिछले तीन चुनावों का आकलन करें तो स्थिति स्पष्ट हो जाती है
2010 में एनडीए के प्रति लहर थी। तब सभी सुरक्षित सीटों पर एनडीए के प्रत्याशियों की जीत हुई थी। 2010 में एनडीए को आरक्षित श्रेणी की सीटों पर बढ़त मिली थी। तब भाजपा और जदयू को क्रमश: 20-20 सीटें मिली थीं।
2015 में जदयू महागठबंधन का हिस्सा रहा। तब महागठंधन ने बंपर बहुमत के साथ सरकार बनाई थी। उसे बिहार की कुल 243 में से 178 सीटों पर जीत मिली थी। तब उसकी जीत में इस श्रेणी की सीटों का अमूल्य योगदान रहा। विधानसभा में इस श्रेणी की 40 सीटें हैं।
उनमें 38 अनुसूचित जाति के लिए और दो अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं। 2020 के चुनाव में एनडीए ने बहुमत के आधार पर पुनर्वापसी की। तब इस श्रेणी की सीटों ने उसकी जीत में महत्वपूर्ण योगदान दिया। इस बार भी आरक्षित श्रेणी की सर्वाधिक सीटों पर एनडीए को जीत मिली है।
वस्तुत: सुरक्षित सीटों पर अनुसूचित जाति-जनजाति की अपेक्षा दूसरे वर्ग के मतदाताओं का निर्णय अधिक प्रभावी हो जाता है। जातीय वर्चस्व वाले बिहार के चुनावी राजनीति में उन सीटों पर यही केमेस्ट्री काम कर जाती है।
2020 में भाजपा 11, जदयू सात पर, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) तीन और विकासशील इंसान पार्टी ने एक सीट जीती। महागठबंधन में राजद नौ, कांग्रेस पांच सीटों पर विजयी रही थी। तब इस श्रेणी की सीटों पर भाजपा ने 16, जदयू ने 15, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा ने तीन, विकासशील इंसान पार्टी ने एक प्रत्याशी दिए थे। महागठबंधन में राजद द्वारा 19 और कांग्रेस द्वारा 14 प्रत्याशी उतारे गए थे।
2025 में एनडीए में जदयू ने 15, भाजपा ने 13, लोजपा-रामविलास ने आठ, हम ने चार, जबकि महागठबंधन में राजद ने 20, कांग्रेस ने 11, माले ने छह, भाकपा, माकपा और वीआइपी ने इस श्रेणी की एक-एक सीट पर प्रत्याशी दिए थे। जदयू को 14, भाजपा को 12, लोजपा-रामविलास को पांच, हम को चार सीटों पर सफलता मिली है। राजद को चार, कांग्रेस के खाते में एक सीट आई है।
सुरक्षित सीटों पर NDA का दबदबा
- जदयू धोरैया, राजगीर, फुलवारी, मसौढ़ी, राजपुर, त्रिवेणीगंज, सिंहेश्वर, सोनबरसा, कुशेश्वरस्थान, सकरा, भोरे, राजापाकड़, कल्याणपुर, अलौली
- भाजपा पातेपुर, रोसड़ा, कोढ़ा, बनमनखी, पीरपैंती, कटोरिया, मोहनियां, रामनगर, हरसिद्धि, बथनाहा, राजनगर, अगिआंव लोजपा-रामविलास चेनारी, रजौली, बोचहा, दरौली, बखरी
- हम कुटुंबा, इमामगंज, बाराचट्टी, सिकंदरा राजद मखदुमपुर, बोधगया, रानीगंज, गरखा कांग्रेस मनिहारी

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