Bihar Election 2025: पिछले चुनाव से 30% कम उम्मीदवार, 2005 के बाद सबसे छोटी जंग, जानें आंकड़ें
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में उम्मीदवारों की संख्या में भारी कमी आई है। पिछले चुनाव से 30% कम उम्मीदवार मैदान में हैं, जिससे यह 2005 के बाद सबसे छोटी चुनावी जंग होगी। राजनीतिक दल बेहतर रणनीति बनाने में जुटे हैं और युवा चेहरों को मौका मिल सकता है। चुनाव आयोग निष्पक्ष चुनाव कराने के लिए तैयार है।

पिछले चुनाव से 30 प्रतिशत कम प्रत्याशी हैं मैदान में। फोटो जागरण
जागरण संवाददाता, पटना। विधानसभा चुनाव में किस सीट पर कितने और कौन-कौन प्रत्याशी मैदान में हैं, यह स्पष्ट हो चुका है। 2020 के चुनाव से तुलना करें तो 1117 प्रत्याशी कम हैं। पिछले चुनाव में 243 सीटों के लिए 3733 प्रत्याशी चुनावी रण में थे।
इस बार यह संख्या लगभग 30 प्रतिशत घटकर 2616 रह गया है। 2000 में झारखंड के अलग राज्य बनने के बाद हुए विधानसभा चुनाव में प्रत्याशियों की अक्टूबर, 2005 के चुनाव के बाद सबसे कम है।
राज्य के विधानसभा चुनावों में सबसे ज्यादा प्रत्याशी 1990 से 2000 के दौरान हुआ करते थे। उसके बाद 2010 से 2020 तक औसतन 35 सौ से अधिक प्रत्याशी चुनावी रण में होते थे।
एक विधानसभा क्षेत्र में 16 से अधिक प्रत्याशी होने की स्थिति में एक से अधिक ईवीएम की आवश्यकता होती है। एक ईवीएम में 16 प्रत्याशियों का नाम, उनके दल के नाम तथा चुनाव चिह्न अंकित होते हैं।
इस चुनाव में 16 से अधिक प्रत्याशियों वाले विधानसभा क्षेत्र में दरभंगा जिले के बहादुरपुर (17 प्रत्याशी), मुजफ्फरपुर के कुढ़नी (20) व मुजफ्फरपुर (20), वैशाली का महनार (18), कटिहार का बलरामपुर (18), कैमूर का चैनपुर (22), रोहतास का सासाराम (22), औरंगाबाद का ओबरा (18) तथा गयाजी का गया शहर (22 प्रत्याशी) शामिल है। यहां मतदान कराने के लिए सभी केंद्रों पर दो-दो ईवीएम की आवश्कता होगी।
| चुनावी वर्ष | कुल प्रत्याशी |
|---|---|
| 2005 | 3193 |
| 2005 | 2135 |
| 2010 | 3523 |
| 2015 | 3693 |
| 2020 | 3733 |
| 2025 | 2616 |

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