Bihar Election 2025 : हर बूथ पर सशस्त्र बल, सभी सीमाएं सील, साढ़े चार लाख सुरक्षाकर्मी तैनात
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। हर बूथ पर सशस्त्र बल तैनात रहेंगे और सभी सीमाओं को सील कर दिया जाएगा। साढ़े चार लाख सुरक्षाकर्मियों को चुनाव प्रक्रिया को सुरक्षित बनाने के लिए तैनात किया गया है, ताकि शांतिपूर्ण मतदान सुनिश्चित किया जा सके।

60 हजार बिहार पुलिस के कर्मी-अफसर
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 18 जिलों की 121 सीटों पर मतदान के लिए सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए हैं। सभी बूथों पर सशस्त्र बलों की तैनाती की गई है।
चुनाव कार्य में करीब साढ़े चार लाख सुरक्षाकर्मी लगाए गए हैं, जिनमें 1500 कंपनी केंद्रीय बल शामिल है। इसके अलावा बिहार पुलिस, बिहार विशेष सशस्त्र बल, एसएसबी, होमगार्ड आदि की भी ड्यूटी लगाई गई है।
चुनाव को देखते हुए नेपाल सहित सभी जिलों की सीमाएं सील कर दी गई हैं। दियारा क्षेत्र में घुड़सवार दल को तैनात किया गया है।
बिहार पुलिस के 60 हजार कर्मियों को भी चुनावी ड्यूटी
केंद्रीय बलों के अलावा बिहार पुलिस के 60 हजार कर्मियों को भी चुनावी ड्यूटी में लगाया गया है। इसके अलावा अन्य राज्यों से आई रिजर्व बटालियनों के करीब दो हजार जवान, बिहार विशेष सशस्त्र पुलिस के तीस हजार जवान, बीस हजार से ज़्यादा होमगार्ड और लगभग 19 हजार प्रशिक्षु सिपाहियों को भी चुनावी कार्य में लगाया गया है। ग्रामीण इलाकों में लगभग 1.5 लाख चौकीदार भी चुनाव ड्यूटी में लगाए गए हैं।
विधानसभा चुनावों के दौरान वीवीआइपी लोगों की सुरक्षा के भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। इसके लिए प्रत्येक जिले में वीआइपी सुरक्षा पूल बनाया है।
इस पूल के राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) से प्रशिक्षण प्राप्त पुलिसकर्मियों और जवानों को शामिल किया गया है। चुनाव के दौरान आपात स्थिति से निबटने के लिए बिहार पुलिस ने क्विक रिस्पांस टीम (क्यूआरटी) का भी गठन किया गया है।
चुनाव के दौरान किसी भी आपात स्थिति, सुरक्षा उल्लंघनों या अन्य गंभीर घटनाओं से निपटने के लिए यह टीम काम करेगी। इस दल में आतंकवाद निरोधी दस्ते (एटीएस) और विशेष कार्य बल (एसटीएफ) के कमांडो को शामिल किया गया है।
बंगाल, यूपी और झारखंड की सीमा पर बढ़ी निगरानी
विधानसभा चुनाव को लेकर पड़ोसी राज्यों पश्चिम बंगाल, उत्तरप्रदेश और झारखंड की सीमा पर भी पुलिस-प्रशासन भी अलर्ट मोड में है।
पड़ोसी राज्यों से असामाजिक तत्वों एवं अपराधियों की सूची का आदान-प्रदान कर गिरफ्तारी करने, चेकिंग प्वाइंट चिह्नित कर नाकाबंदी करने और शराब व नगद राशि के अवैध आवागमन की सख्त निगरानी की जा रही है।
पड़ोसी राज्य झारखंड की सीमा पर विशेष रूप से वामपंथियों पर नजर रखी जा रही है। झारखंड की सीमा पर अतिरिक्त सतर्कता बरतते हुए चेकपोस्ट के माध्यम से हर गतिविधि पर नजर रखने का निर्देश दिया गया है।

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