Bihar Chunav 2020: चुनाव से पहले बागियों ने बढ़ाई भाजपा की चिंता, पार्टी ने छह नेताओं को किया बाहर
बिहार चुनाव को लेकर हर पार्टी पूरी ताकत झोंक रही है। इधर भारतीय जनता पार्टी अपने बागियों से सख्ती से निपट रही है। पार्टी ने चुनाव के समय सख्त कार्रवाई कर यह संदेश देने की कोशिश की है कि ऐसी कोताही को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पटना, जागरण संवाददाता। Bihar Chunav 2020: बिहार चुनाव को लेकर हर पार्टी पूरी ताकत झोंक रही है। वहीं दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी अपने बागियों से ही जूझ रही है। हालांकि पार्टी ने चुनाव के समय सख्त कार्रवाई कर यह संदेश देने की कोशिश की है कि ऐसी कोताही को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पार्टी ने छह और बागियों को पार्टी से बाहर निकाल दिया है। इसको लेकर पार्टी के प्रदेश मुख्यालय प्रभारी सुरेश रूंगटा ने आदेश जारी किया है।
पहले चरण के बाद छह नेता पार्टी से हुए बाहर
भाजपा ने एनडीए प्रत्याशियों के खिलाफ बगावत करने वाले छह और नेताओं को पार्टी से गुरुवार को निकाल दिया है। कार्रवाई की जद में आए नेताओं पर भाजपा की छवि धूमिल करने का आरोप है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल के निर्देश पर मुख्यालय प्रभारी सुरेश रूंगटा ने आदेश जारी कर दिया है।
छह साल के लिए हुई कार्रवाई
पार्टी ने छह वर्षों के लिए निष्कासित किया है। भाजपा से निकाले गए नेताओं पर आरोप है कि वह पार्टी के तमाम वरिष्ठ नेताओं के समझाने के बाद नहीं मान रहे हैं। एनडीए प्रत्याशियों के खिलाफ चुनाव मैदान में डटे हुए हैं।
ये नेता पर हुई कार्रवाई
भाजपा ने जिन नेताओं को पार्टी से निकाला है उनमें सारण जिले के राकेश कुमार सिंह, वैशाली के प्रोफेसर अजीत कुमार सिंह, वैशाली के पूर्व जिलाध्यक्ष संजय सिंह, पश्चिमी चंपारण जिले की रेणु कुमारी और अररिया जिले के पूर्व जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर सिंह उर्फ बबन और सिवान जिले के जितेंद्र स्वामी हैं। पार्टी से निकाले गए सभी नेताओं पर बगावत करने आरोप है। यही नहीं, एनडीए प्रत्याशी के खिलाफ निर्दलीय या किसी न किसी दल के बैनर तले चुनाव लड़ रहे हैं।
अभी तक 57 नेताओं के खिलाफ हुई कार्रवाई
बता दें कि अभी तक पार्टी प्रदेश से लेकर जिला स्तरीय 57 नेताओं के खिलाफ कार्रवाई कर चुकी है। इसमें पार्टी के प्रदेश पदाधिकारी, पूर्व विधायक, पूर्व सांसद, प्रदेश कार्य समिति सदस्य, पूर्व प्रदेश कार्य समिति सदस्य, जिलों के वरिष्ठ नेता से लेकर पूर्व जिलाध्यक्ष और संगठन से जुड़े नेताओं का नाम शुमार है।