Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बिहार के 178 अनुदानित माध्यमिक विद्यालयों की संबद्धता हुई रद्द, स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों का क्या होगा ?

    By Jagran NewsEdited By: Mohit Tripathi
    Updated: Sun, 29 Oct 2023 02:16 AM (IST)

    बिहार के 178 माध्यमिक विद्यालयों और तीन माध्यमिक विद्यालयों की संबद्धता रद्द कर दी गई है। शिक्षा विभाग के मुताबिक इन स्कूलों के प्रबंधन पर जांच पदाधिकारी को सहयोग नहीं करने विद्यालय को पूर्णत बंद रखने और नामांकन शून्य होने के आरोप सिद्ध हुए हैं। इन स्कूलों पर विद्यालय संबद्धता नियमावली 2011 के मानकों की अवेहलना करने के आरोप सिद्ध हुए हैं।

    Hero Image
    बिहार के 178 अनुदानित माध्यमिक विद्यालयों की संबद्धता निलंबित। (फाइल फोटो)

    जागरण संवाददाता, पटना। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने राज्य के 178 अनुदानित माध्यमिक विद्यालयों की संबद्धता निलंबित और तीन माध्यमिक विद्यालयों की संबद्धता रद्द कर दी है।

    यह निर्णय शनिवार को परीक्षा समिति के नव गठित शासी निकाय की बैठक में किया गया। इसकी अध्यक्षता परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने की।

    निलंबित स्कूल के छात्रों का क्या होगा ?

    बैठक में समिति ने 14 उच्च माध्यमिक एवं प्लस टू व इंटरस्तरीय महाविद्यालयों की संकायवार सीटों का निर्धारण किया। वहीं, एक संस्थान को संबद्धता प्रदान की गई है।

    निलंबित व रद्द विद्यालयों के विद्यार्थियों को शीघ्र ही निकट के विद्यालयों से संबद्ध किया जाएगा, ताकि उनकी पढ़ाई बाधित न हो। मानक के अनुरूप भूमि नहीं होने के कारण तीन माध्यमिक विद्यालयों की संबद्धता रद्द की गई है।

    मानकों को पूरा नहीं करने पर किया निलंबित

    इन स्कूलों के प्रबंधन पर जांच पदाधिकारी को सहयोग नहीं करने, विद्यालय पूर्णत: बंद रखने तथा नामांकन शून्य होने के आरोप भी सिद्ध हुए हैं। वहीं, 178 माध्यमिक विद्यालय संबद्धता नियमावली 2011 के मानकों का पूरा नहीं कर रहे थे।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    इनके वर्ग कक्ष, शिक्षक, प्रयोगशाला, कंप्यूटर कक्ष, कंप्यूटर, बिजली की व्यवस्था, प्रसाधन कक्ष तथा शिक्षक व छात्राओं के लिए कामन रूम आदि मानक के अनुरूप नहीं पाए गए। इस कारण इनकी संबद्धता निलंबित की गई।

    196 संस्थानों की हुई जांच

    181 माध्यमिक व 15 उच्च माध्यमिक एवं इंटरस्तरीय महाविद्यालय की जांच की गई। संबद्धता नियमावली में वर्णित प्रविधानों के पूर्ण किए जाने के संबंध में आवेदन व जांच प्रतिवेदन परीक्षा समिति कार्यालय को उपलब्ध कराए गए।

    उक्त प्रतिवेदनों एवं प्राप्त वीडियोग्राफी की समीक्षा में पाया गया कि कुल 15 संस्थानों ने संबद्धता नियमावली को पूरा किया है। बैठक में 14 संस्थानों को संकायवार सीट निर्धारण करने एवं एक संस्थान को संबद्धता प्रदान करने की अनुशंसा की गई।

    यह भी पढ़ें: BPSC Topper Aman Anand: पटना के अमन आनंद ने 67th BPSC में किया टॉप, अब IAS बनने की है तैयारी

    BPSC 67th Final Result 2023: BPSC परीक्षा में किसान के बेटे ने मारी बाजी, इतनी रैंक लाकर SDM पद के लिए हुए चयनित