बिहार में नशे का जाल: हिमाचल से कफ सिरफ लाकर नेपाल-बांग्लादेश में सप्लाई, 30 हजार बोतल के साथ 2 गिरफ्तार
बिहार में नशा का जाल फैला है। हिमाचल से कफ सिरप लाकर नेपाल और बांग्लादेश में सप्लाई किया जा रहा था। पुलिस ने 30 हजार बोतल कफ सिरप के साथ 2 लोगों को गि ...और पढ़ें

कफ सिरप की खेप। फाइल फोटो
जागरण संवाददाता, पटना। राजधानी में नशे के सौदागरों का नेटवर्क बढ़ता जा रहा है। युवाओं तक ड्रग्स पहुंचाए जा रहे हैं। उन्हें नशे की लत लगाकर अपना धंधा फैला रहे हैं। नशीले इंजेक्शन से लेकर कफ सीरप तक की बरामदगी इसका प्रमाण है।
दैनिक जागरण ने इस ओर लगातार शासन-प्रशासन का ध्यान आकृष्ट किया है कि किशोर व युवाओं को नशे के सौदागर अपना शिकार बना रहे हैं।
शनिवार को एक जगह नशीले पदार्थ होने की सूचना पर पटना पुलिस ने चित्रगुप्त नगर और चौक थाना क्षेत्र में छापेमारी की तो वहां कफ सीरप की बोतलें थीं। पुलिस ने 30 हजार 380 बोतल कफ सीरप बरामद की है। इसकी अनुमानित कीमत 60 लाख रुपये बताई गई है।
चौक थाना के मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि चित्रगुप्त नगर वाले मामले में आरोपित पिता-पुत्र की तलाश है। छानबीन में पता चला कि बरामद कफ सीरप हिमाचल और महाराष्ट्र से मंगाया गया था।
इसकी आपूर्ति पटना सहित अन्य शहरों में की जानी थी। अब पुलिस यह पता कर रही है कि इसके पीछे मास्टरमाइंड कौन है। इस चेन से कौन लोग जुड़े हैं।
सिटी एसपी (पूर्वी) परिचय कुमार ने बताया कि मादक पदार्थों की बरामदगी और तस्करों की गिरफ्तारी के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में चित्रगुप्त नगर थाना पुलिस को सूचना मिली कि मूलचंद पथ के कबाड़ी गली स्थित एक मकान में प्रतिबंधित कफ सीरप की बडी खेप रखी गई है।
चित्रगुप्त नगर थानेदार रोशनी कुमारी के नेतृत्व में टीम का गठन किया गया। पुलिस ने वासुदेव और उसके बेटे विजय के घर पर छापेमारी की। तलाशी के दौरान दो कमरे से 25 हजार 580 बोतलें बरामद की गईं।
जांच में पता चला कि ये हिमाचल प्रदेश की तीन अलग-अलग कंपनियों की हैं। आरोपितों के पास इसका कोई लाइसेंस नहीं था। पता चला कि दोनों पिछले एक-डेढ़ साल से इसमें संलिप्त थे।
वहीं, चौक थाना क्षेत्र झाऊगंज चिमनी घाट के पास वाहन जांच के दौरान दो वाहनों से 4800 बोतल कफ सीरप जब्त किया गया। इस मामले में रंजन कुमार और शंकर कुमार को गिरफ्तार किया गया। कफ सीरप महाराष्ट्र से मंगाया गया था।
नशे के उद्देश्य से किया जा रहा था तैयार
29 नवंबर को शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र की सीडीए कालोनी में छापेमारी कर करीब 70 लाख रुपये मूल्य की कफ सीरप और नशीली दवाएं जब्त की गईं। इस मामले में पांच लोगों को पकड़ा गया था। इससे पहले नवंबर के पहले सप्ताह में पटना सिटी के चौक थाना क्षेत्र से 16 हजार बोतल प्रतिबंधित कफ सीरप जब्त किया गया।
इससे पूर्व बाईपास थाना क्षेत्र में 42 लाख रुपये का कफ सीरप औषधि नियंत्रण विभाग द्वारा जब्त किया जा चुका है। सीडीए कालोनी से करीब 35 हजार बोतल कफ सीरप जब्त किया गया था।
जांच में यह भी सामने आया कि इसमें कोडिन फास्फेट की मात्रा मानक सीमा से कई गुना अधिक पाई गई, जिससे यह स्पष्ट है कि इसे नशे के उद्देश्य से तैयार किया जा रहा था।
इसके अलावा दवा भंडारण के लिए कोई लाइसेंस भी नहीं लिया गया था। नंबवर में ही बक्सर-पटना फोर लेन पर वाहन जांच के दौरान दो ट्रक में कफ सीरप के साथ दो आरोपितों को गिरफ्तार किया गया था, जो उत्तर प्रदेश के फैजाबाद और मथुरा के रहने वाले थे।
हिमाचल प्रदेश से बड़े स्तर पर मंगा रहे कफ सिरप
शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र की सीडीए कालोनी में बरामद कफ सीरप को पटना में डंप कर नेपाल और बांग्लादेश भेजने की भी तैयारी थी। प्रारंभिक जांच में यह बातें भी सामने आईं थी कि हिमाचल प्रदेश से यह कोडिन कफ सीरप लाया गया था।
शनिवार को चित्रगुप्त नगर से बरामद विभिन्न कंपनियों की 25 हजार से अधिक बोतल प्रतिबंधित कफ सीरप में अधिकांश को हिमाचल प्रदेश में तैयार किया गया था। इसी तरह नौ माह पूर्व अगमकुआं थाना क्षेत्र में ड्रग विभाग ने बड़ी कार्रवाई की थी।
ट्रांसपोर्ट नगर से करीब 26 लाख रुपये मूल्य की प्रतिबंधित कफ सीरप जब्त की गई थी। पुलिस ने उत्तर प्रदेश के रहने वाले सानीबार नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था।
सितंबर में भी मालसलामी थाना क्षेत्र से 4,800 बोतल प्रतिबंधित कफ सीरप बरामद की गई थी। बरामद बोतलों पर हिमाचल प्रदेश में निर्मित का लेबल लगा था।

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