CM नीतीश ने किया बिहार दिवस का उद्घाटन, कहा - हर हाल में लागू करेंगे शराबबंदी
सूबे के लोग एक बार फिर बिहार दिवस को यादगार बनाने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार की शाम पटना के गांधी मैदान में मुख्य समारोह का उद्घाटन किया। इसके साथ ही दो दिवसीय बिहार दिवस समारोह आरंभ हो गया है।

पटना। सूबे के लोग एक बार फिर बिहार दिवस को यादगार बनाने जा रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार की शाम पटना के गांधी मैदान में मुख्य समारोह का उद्घाटन किया। इसके साथ ही दो दिवसीय बिहार दिवस समारोह आरंभ हो गया है। इस बार राज्य सरकार के 'सात निश्चय' बिहार दिवस की विशेषता हैं।

गांधी मैदान के मुख्य मंच पर सूरज की सात किरणें अलग-अलग रंगों में बिहार के लोगों को सरकार के सात निश्चयों से परिचित करा रही हैं। गांधी मैदान के अलावा श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल और रवींद्र भवन में भी कार्यक्रम होने वाले हैं। राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के साथ ही शिक्षा विभाग की यह कोशिश है कि इस बार के आयोजन को एक यादगार बनाया जाए।

नीतीश ने कहा, बिहार उत्सव में मिल गया होली का उत्साह
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार 104 साल पहले अपने वर्तमान स्वरुप में आया। सन् 2009 से राज्य सरकार ने बिहार दिवस का आयोजन शुरू किया। आज यह कार्यक्रम देश के कई हिस्सों में आयोजित किया जा रहा है।
नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार उत्सव होली के करीब है, इसलिए उत्साह ज्यादा है। उत्सव का माहौल है।कहा, बिहार की उपलब्धियों की आज चर्चा ज़रूरी है। उन्होंने शराबबंदी का मुद्दा उठाते हुए कहा, शिक्षा विभाग ने इस मकसद को पूरा करने में अहम भूमिका निभाई है। शराब के खिलाफ गांव-गांव में माहौल बना है। लोग खुद दीवारों पर नारे लिख रहे हैं। जनसहयोग से शराबबंदी लागू करना है।
नीतीश बोले, बिहार इतिहास में नए पन्नें जोड़ेगा। यह एक जिन्दा पुरातत्व साईट है। जहां खुदाई होगी, इतिहास के कुछ परिणाम मिलेंगे। उन्होंने कहा कि इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर का नाम सम्राट अशोक के नाम पर रखा जाएगा। इसका निर्माण गांधी मैदान के निकट चल रहा है।
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गांधी मैदान में 34 स्टॉल व गैलरी
कार्यक्रम में बिहार के कोने-कोने से आने वाले लोगों को आकर्षित करने के लिए विभिन्न विभागों की ओर से 34 स्टॉल और गैलरी का निर्माण किया गया है। स्टॉल और गैलरी के जरिए लोग बिहार की संस्कृति, कला और उसकी पहचान से रू-ब-रू हो रहे हैं।

किताब के आकार की गैलरी विशेष आकर्षण
गांधी मैदान में शिक्षा विभाग के पवेलियन को आकर्षक रूप दिया गया है। कोशिश यह है कि किताब की शक्ल में बने इस पवेलियन को देख लोग शिक्षा की ओर उन्मुख हों। इसकी बाहरी दीवारों पर बिहार की गौरव गाथा को बयान करती साहित्यकारों की तस्वीरें हैं ।
गांधी मैदान में लाइट म्यूजिक तो एसकेएम में दादरा
दो दिनों के बिहार दिवस में विशेष आकर्षण का केंद्र हैं यहां होने वाले सांस्कृतिक आयोजन। आयोजन के पहले दिन गांधी मैदान में जहां प्रसिद्ध पार्श्व गायिका अलका याग्निक और ग्रुप के कार्यक्रम आकर्षण के क्रेंद्र हैं, वहीं एसकेएम हॉल में सुनंदा शर्मा की दादरा-ठुमरी लोगों को पुरानी यादों में गोते लगाने को मजबूर कर रही हैं।
रवीन्द्र भवन में मुशायरा, कवि सम्मेलन
गांधी मैदान और एसकेएम हॉल के अलावा रवींद्र भवन में भी लोगों को लुभाने की व्यवस्था की गई है। आयोजन के कर्ताधर्ता जन शिक्षा निदेशालय के गालिब ने बताया कि रवींद्र भवन में दो दिनों के दौरान जहां बिहार के आम लोग देश के नामी कलाकारों के मुशायरे का मजा ले सकेंगे, वहीं दूसरे दिन प्रसिद्ध हास्य कवियों की कविताएं उन्हें सालों भर गुदगुदाने को मजबूर करेंगी।
समापन समारोह में रहेंगे राज्यपाल
बहरहाल तैयारियां पूरी हो चुकी हैं, बस कल मुख्यमंत्री इसका विधिवत उद्घाटन करेंगे और इसके साथ ही बिहार दिवस का पर्दा आम लोगों के लिए उठा दिया जाएगा। यहां बता दें कि 23 मार्च को समारोह का समापन राज्यपाल रामनाथ कोविंद की मौजूदगी में होगा।

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