Bihar Board: डीएल एड संयुक्त प्रवेश परीक्षा में 79.01 प्रतिशत अभ्यर्थी पास, जानें नामांकन की तिथि
बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने डीएलएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा 2025 का परिणाम घोषित कर दिया है, जिसमें 79.01% अभ्यर्थी उत्तीर्ण हुए हैं। 3,23,313 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे, जिनमें से 2,55,468 अभ्यर्थी सफल घोषित किए गए हैं। कुल सफलता 79.01 प्रतिशत रही।

डीएलएड का परिणाम जारी करते आनंद किशोर। जागरण
जागरण संवाददाता, पटना। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (Bihar Board) ने डीएलएड संयुक्त प्रवेश परीक्षा- 2025 का परिणाम बुधवार को जारी कर दिया।
परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने बताया कि अभ्यर्थी अपना रिजल्ट वेबसाइट bsebdeled.com पर देख सकते हैं।
उन्होंने ने बताया कि इस वर्ष 3,23,313 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए थे, जिनमें से 2,55,468 अभ्यर्थी सफल घोषित किए गए हैं। कुल सफलता 79.01 प्रतिशत रही।
सफल अभ्यर्थियों में 2,54,443 बिहार के हैं, जबकि 1,025 अन्य राज्यों से हैं। यह परीक्षा 26 अगस्त से 27 सितंबर तक कंप्यूटर आधारित परीक्षा (CBT) के माध्यम से राज्य के नौ जिलों के 19 केंद्रों पर दो पालियों में हुई थी।
परीक्षा में कुल 120 बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे गए थे, प्रत्येक प्रश्न एक-एक अंक निर्धारित था। परीक्षा अवधि 150 मिनट की रही और नकारात्मक अंकन नहीं था।
न्यूनतम उत्तीर्णांक सामान्य वर्ग के लिए 35 प्रतिशत और आरक्षित वर्ग के लिए 30 प्रतिशत निर्धारित किया गया था।
29 नवंबर से नामांकन प्रक्रिया शुरू
राज्य के डीएलएड संस्थानों में नामांकन के लिए आनलाइन आवेदन प्रक्रिया 29 नवंबर से पांच दिसंबर तक चलेगी। इस संबंध में विस्तृत सूचना विज्ञापन के माध्यम से 28 नवंबर को प्रकाशित की जाएगी।
अभ्यर्थियों को नामांकन के लिए वेबसाइट bsebdeled.com पर आवेदन करना होगा।
306 संस्थानों में 30,800 सीटों पर होगा नामांकन
राज्य में डीएलएड की कुल 306 शिक्षण संस्थाएं हैं, जिनमें 60 सरकारी और 246 गैर-सरकारी संस्थान शामिल हैं। सरकारी संस्थानों में कुल 9,100 सीटें तथा गैर-सरकारी संस्थानों में 21,700 सीटें उपलब्ध हैं।
इस प्रकार कुल 30,800 सीटों पर नामांकन होगा। निदेशक, राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद ( एससीईआरटी ), महेंद्रू, पटना के पत्र के आलोक में प्राप्त निर्देशानुसार मेधा अंक के आधार पर पहले सरकारी शिक्षण संस्थानों में आरक्षण नियमों के अनुरूप चयन होगा।
इसके बाद ही गैर-सरकारी संस्थानों में शत-प्रतिशत नामांकन कराया जाएगा। मेधा सूची के क्रम में अभ्यर्थियों को उनकी पसंद (च्वाइस) के अनुसार संस्थान आवंटित किए जाएंगे।
परीक्षा समिति के अध्यक्ष आनंद किशोर ने सफल सभी अभ्यर्थियों को सलाह दी है कि वे समय-सीमा के भीतर आवेदन करें और वेबसाइट पर जारी दिशा-निर्देशों का सावधानीपूर्वक पालन करें।

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