Bihar: अब अंचल ऑफिस के सीएससी काउंटर पर बैठेंगे वीएलई, आमजन को मिलेंगी ये सुविधाएं
बिहार में अंचल कार्यालयों के सीएससी काउंटर पर अब वीएलई यानी विलेज लेवल एंटरप्रेन्योर बैठेंगे। वे जनता को ऑनलाइन सेवाओं के लिए सुविधाएं उपलब्ध कराएंगे। इस बाबत सोमवार को वीएलई को प्रशिक्षण दिया गया।

प्रशिक्षण देते राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के एसीएस दीपक कुमार सिंह।
राज्य ब्यूरो, पटना। राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग (Revenue and Land Reforms Department) की आनलाइन सेवाओं को प्रभावी बनाने के लिए सीएससी (कामन सर्विस सेंटर) के वीएलई (विलेज लेवल एंटरप्रेन्योर) को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
सोमवार को पटना स्थित राजस्व सर्वे (प्रशिक्षण) संस्थान में इसकी शुरुआत हुई। नई व्यवस्था के तहत वीएलई अंचल कार्यालयों में स्थापित सीएससी काउंटर पर बैठकर सीधे आम नागरिकों को विभागीय आनलाइन सेवाएं उपलब्ध कराएंगे।
लोगों में जानकारी का अभाव
विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि जब सभी सेवाएं आनलाइन हैं, तब भी शिकायतों में कमी नहीं आना चिंताजनक है।
राजस्व महा अभियान के दौरान यह स्पष्ट हुआ कि सेवाओं के आनलाइन होने के बावजूद रैयतों को पूरी सेवा नहीं मिल पा रही है।
लोगों में आनलाइन प्रक्रिया को लेकर भय, अनिश्चितता और आवश्यक दस्तावेजों की जानकारी का अभाव है। इन्हीं कमियों को दूर करने के लिए यह विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
पहली बार वीएलई को अंचल कार्यालयों में बैठने की जिम्मेवारी दी गई है ताकि आमलोगों को आसानी से आनलाइन सेवा मिल सके।
सेवा प्रदाता ही नहीं, लोगों के सलाहकार भी आप
विभाग के सचिव जय सिंह ने कहा कि हम सबके सामने सबसे बड़ी चुनौती डिजिटल डिवाइड को समाप्त करना है। विभागीय सेवाओं के लिए लोग सीधे आपके पास पहुंचेंगे।
इसलिए यह जिम्मेवारी अत्यंत महत्वपूर्ण है। आप सेवा प्रदाता ही नहीं, बल्कि लोगों के सलाहकार भी हैं। जमीन से संबंधित सभी कार्य अधिनियमों के तहत किए जाते हैं।
किस कार्य में कौन–कौन से कागजात आवश्यक हैं, इसकी स्पष्ट जानकारी होने पर कार्य समय पर पूरे होंगे और शिकायतें कम होंगी।
विशेष कार्य पदाधिकारी चंद्रिमा अत्री तथा आईटी मैनेजर आनंद शंकर ने विभागीय आनलाइन सेवाओं, आवश्यक दस्तावेजों और प्रक्रियाओं की विस्तृत जानकारी दी।
कार्यक्रम का संचालन विशेष कार्य पदाधिकारी नवाजिश अख्तर ने किया, जबकि स्वागत भाषण भू-अभिलेख एवं परिमाप निदेशालय की निदेशक जे. प्रियदर्शिनी ने किया।

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