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    Bihar Crime: 106 नियोजित ​शिक्षकों पर निगरानी ने की एफआइआर, फर्जी मिला प्रमाणपत्र

    By Digital Desk Edited By: Vyas Chandra
    Updated: Wed, 22 Oct 2025 08:15 PM (IST)

    बिहार में निगरानी विभाग ने 106 नियोजित शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इन शिक्षकों पर जाली प्रमाणपत्रों के आधार पर नौकरी हासिल करने का आरोप है। जांच में पाया गया कि इन शिक्षकों ने फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल किया था। पुलिस अब इस मामले की जांच करेगी और दोषियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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    निगरानी अन्‍वेषण ब्‍यूरो ने की कार्रवाई। सांकेतिक तस्‍वीर

    राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य में फर्जी प्रमाण-पत्रों पर बहाल नियोजित शिक्षकों पर कार्रवाई का सिलसिला जारी है। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की जांच में सिर्फ इस माह 21 अक्टूबर तक छह और नियोजित शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस साल प्रमाण-पत्रों की जांच के बाद अभी तक 106 शिक्षकों पर प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है।

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    2886 अभियुक्तों पर हो चुकी है प्राथमि‍की

    दरअसल, राज्य में वर्ष 2006 से 2015 तक बहाल नियोजित शिक्षक-शिक्षिकाओं के शैक्षणिक प्रमाण-पत्रों की जांच की जा रही है। इसकी जिम्मेदारी निगरानी अन्वेषण ब्यूरो को दी गई है। निगरानी ने अभी तक कुल छह लाख 45 हजार 541 प्रमाण-पत्रों की जांच की है। इस क्रम में दो हजार 886 अभियुक्तों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। यह नियोजित शिक्षक-शिक्षिकाएं राज्य के विभिन्न जिलों में कार्यरत हैं। इन मामलों का लगातार अनुश्रवण भी किया जा रहा है।

    21 नई एफआइआर के आदेश 

    निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के द्वारा इस साल जनवरी में 15, फरवरी में पांच, मार्च में 21, अप्रैल में 13, मई में नौ, जून में छह, जुलाई में 11, अगस्त में 12, सितंबर में आठ और अक्टूबर में छह अभियुक्तों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने बिहार में फर्जी प्रमाणपत्रों पर बहाल शिक्षकों के खिलाफ 21 नई प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश दिए हैं। यह कार्रवाई पटना उच्च न्यायालय के आदेश पर 2006 से 2015 के बीच नियुक्त शिक्षकों के प्रमाणपत्रों की जांच के बाद की जा रही है। निगरानी अब तक 6.33 लाख प्रमाणपत्रों की जांच कर चुकी है जिसमें बड़ी संख्या में फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ है।

    कार्रवाई से ऐसे शिक्षकों में हड़कंप की स्‍थ‍ित‍ि है। काफी शिक्षक ऐसे भी हैं जिनकी प्रमाणपत्रों की जांच अभी बांकी है। ऐसे में जांच के बाद कई अन्‍य पर भी कार्रवाई की तलवार लटकनी तय है। निगरानी लगातार कार्रवाई कर रहा है।