Bihar Constable Recruitment: सिपाही बहाली परीक्षा में गड़बड़ी की जांच के लिए EOU ने गठित की SIT, तेज हुई जांच
Bihar Constable Paper Leak Case बिहार पुलिस में 21 हजार से अधिक पदों के लिए होने वाली सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर लीक मामले की जांच तेज हो गई है। पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) के द्वारा विशेष अनुसंधान दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। जल्द ही इस मामले का पर्दाफाश किया जाएगा।
राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार पुलिस में 21 हजार से अधिक पदों के लिए होने वाली सिपाही भर्ती परीक्षा में पेपर लीक मामले की जांच तेज हो गई है।
पुलिस मुख्यालय के एडीजी जितेंद्र सिंह गंगवार ने बताया कि आर्थिक अपराध इकाई (ईओयू) के द्वारा विशेष अनुसंधान दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। जल्द ही इस मामले का पर्दाफाश किया जाएगा।
ईओयू अधिकारियों के अनुसार, विशेष जांच टीम में ईओयू के साथ-साथ पुलिस मुख्यालय के तेजतर्रार अधिकारियाें और जिला पुलिस की भी मदद ली जाएगी।
इसके लिए पुलिस मुख्यालय को प्रस्ताव दिया गया है। जिन-जिन जिलों में पेपर लीक या आंसर-की बाहर आने के मामले दर्ज किए गए हैं, उन जिलों की पुलिस भी अपने स्तर से जांच और कार्रवाई कर रही है।
इसकी रिपोर्ट रोज ईओयू मुख्यालय से साझा की जा रही है। ईओयू के वरीय अधिकारी भी जिलों में दर्ज प्राथमिकियों का अध्ययन कर अपनी रिपोर्ट बना रहे हैं।
अभी तक 74 प्राथमिकी दर्ज, 150 गिरफ्तार
पुलिस मुख्यालय के अनुसार, सिपाही भर्ती परीक्षा में अनियमितता को लेकर राज्य के विभिन्न जिलों में 74 प्राथमिकी अंकित की गई है। इस मामले में अभी तक 150 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इन सभी से पूछताछ की जा रही है। इनसे जब्त मोबाइल व अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरणों की भी जांच की रही है।
पुलिस मुख्यालय के अनुसार, परीक्षा में अनियमितता पर सर्वाधिक 11 प्राथमिकी सारण में दर्ज की गई है। इसके अलावा भोजपुर में 10, भागलपुर में नौ, नालंदा में सात, नवादा में छह, सहरसा में पांच, पटना व लखीसराय में चार, रोहतास, मुंगेर व मधेपुरा में तीन-तीन, जहानाबाद व जमुई में दो-दो, अरवल, मोतिहारी, औरंगाबाद, बेगूसराय व शेखपुरा में एक-एक और सहरसा में पांच प्राथमिकी दर्ज की गई है।
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