बिहार के कॉलेजों में होगी हाईटेक पढ़ाई, नए साल में छात्रों को मिलेगी ICT लैब की सौगात
बिहार के कॉलेजों में अब हाईटेक पढ़ाई होगी। इसके लिए ICT (Information and Communication Technology) बनाने की कार्ययोजना तैयार की गई है। नए साल में छात् ...और पढ़ें

कॉलेज जाते हुए छात्र। फाइल फोटो
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य 60 से अधिक अंगीभूत महाविद्यालयों में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी प्रयोगशाला (ICT लैब) स्थापित किए जाएंगे। अंगीभूत महाविद्यालयों में आइसीटी लैब स्थापित करने की कार्य योजना उच्च शिक्षा विभाग ने तैयार की है।
इससे संबंधित प्रस्ताव को अंतिम रूप दिया जा चुका है। इसे स्वीकृति के लिए जल्द ही कैबिनेट को भेजा जाएगा। कैबिनेट की मुहर लगने के बाद यह योजना नये साल में लागू होगी। अंगीभूत महाविद्यालयों में आइसीटी लैब की स्थापना राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान के तहत होगी।
वर्तमान में प्रदेश में 268 अंगीभूत महाविद्यालय संचालित हैं। इनमें 60 से अधिक महाविद्यालयों में पहले चरण में आइसीटी लैब की स्थापना का प्रस्ताव है। दूसरे चरण में शेष 208 अंगीभूत महाविद्यालयों में आइसीटी लैब स्थापित किए जाएंगे।
पहले महिला महाविद्यालयों को मिलेगी प्राथमिकता
शिक्षा विभाग के प्रस्ताव के मुताबिक पहले चरण में जिन अंगीभूत महाविद्यालयों में आइसीटी लैब बनाने के लिए फैसला लिया गया है, उनमें पहले महिला महाविद्यालयों को प्राथमिकता दी गई है। योजना का उद्देश्य छात्रों और शिक्षकों को आधुनिक तकनीक से जोड़ना, उन्हें डिजिटल साक्षर बनाना है।
उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्र-छात्राओं का डिजिटल कौशल विकास होगा। उनमें पाठ्य सामग्री की समझ विकसित होगी। इसने डिजिटिल शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा। आनलाइन माध्यम से देश-विदेश के जाने-माने शिक्षकों से छात्र-छात्रा आनलाइन पढ़ाई कर सकेंगे।ॉ
प्रत्येक कॉलेज में लैब पर होंगे 40 लाख रुपये खर्च
प्रत्येक अंगीभूत महाविद्यालय में आइसीटी लैब की स्थापना पर 40 लाख रुपये खर्च होंगे। लैब में 35 कंप्यूटर होंगे। इनवर्टर और एलईडी टीवी भी लगेंगे। इससे स्मार्ट कक्षाओं के संचालन में सुविधा होगी।
आइसीटी लैब से हर संकाय के छात्र-छात्रा लाभान्वित होंगे। इससे पढ़ाई की गुणवत्ता तो बेहतर होगी ही, छात्र-छात्रा तकनीकी रूप से भी सुदृढ़ होंगे, क्योंकि वे कंप्यूटर, इंटरनेट और डिजिटल उपकरणों का उपयोग करना सीखेंगे।
छात्र-छात्राओं को गणित, विज्ञान और सामाजिक अध्ययन जैसे विषयों में समझ, व्यावहारिक कौशल और प्रस्तुति कौशल में सुधार करने में सहूलियत तो होगी ही, उन्हें प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी में भी मदद मिलेगी। शिक्षा विभाग के मुताबिक चालू वित्तीय वर्ष में ही आइसीटी लैब बनाने का कार्यारंभ होगा।

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