पटना में छलका बिहार के CM नीतीश कुमार का दर्द, बताया 2004 के बाद क्यों नहीं लड़ा लोकसभा चुनाव
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बाढ़ से उन्हें विशेष लगाव है। आज यहां हर तरफ पुलिया और रोड बना दिया गया है। उन्होंने कहा कि परिसीमन होने के बाद बाढ़ लोकसभा खत्म हो गई जिसके बाद मैंने आज तक लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा।

संवाद सूत्र, बाढ़ (पटना)। पटना से सटे बाढ़ प्रखंड के एसबीआर चौक के पास जिला परिषद की भूमि पर निर्मित सामुदायिक भवन का शनिवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वर्चुअल उद्घाटन किया। इस दौरान सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि बाढ़ प्रखंड से उनका विशेष लगाव है। पुरानी यादों को ताजा करते हुए नीतीश ने कहा कि बाढ़ में 12 से 16 किलोमीटर पैदल चला करते थे। आज यहां हर तरफ पुलिया और रोड बना दिया गया है। उन्होंने कहा कि परिसीमन होने के बाद बाढ़ लोकसभा खत्म हो गई, जिसके बाद मैंने आज तक लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा। नीतीश ने कहा कि इसबात का काफी दुख है कि अब बाढ़ लोकसभा सीट नहीं है।
सीएम ने कहा कि मैंने बाढ़ के लिए क्या किया? यह सबको मालूम है। उन्होंने बताया कि मैं जब हरनौत से विधायक था, तब टाल क्षेत्र के विकास के लिए हमने आंदोलन प्रारंभ किया था। जब मैं केंद्र में राज्य मंत्री बना तब टाल क्षेत्र के विकास के कार्यों को केंद्र में लेकर गया। उन्होंने कहा कि बाढ़ से हमारा आत्मीय लगाव है। नीतीश ने पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह को कहा कि पटना के डाकबंगला का कार्य भी जल्द से जल्द पूरा किया जाए। उसमें जो भी जरूरत हो, वह पूरी की जाएगी। इस दौरान बाढ़ से बीजेपी विधायक ज्ञानेंद्र सिंह ज्ञानू ने कहा कि सामुदायिक भवन की सख्त जरूरत थी। जदयू से मुंगेर सांसद ललन सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में पूरे बिहार में काफी विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि नीतीश के दौर में हरनौत से बेलछी रोड का निर्माण हुआ, जो कभी किसी ने सोचा भी नहीं था।
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