Bihar Chhath Puja 2025: छठ पर 500 करोड़ के कारोबार की उम्मीद, फल और कपड़ा बाजार में बढ़ी रौनक
बिहार में छठ पूजा 2025 को लेकर 500 करोड़ रुपये के कारोबार की उम्मीद है। फल और कपड़ा बाजार में रौनक बढ़ने से व्यापारियों में उत्साह का माहौल है। छठ पूज ...और पढ़ें

छठ पर 500 करोड़ के कारोबार की उम्मीद (पीटीआई)
जागरण संवाददाता, पटना। राजधानी पटना सहित पूरे बिहार में छठ महापर्व की तैयारी चरम पर है। सूर्योपासना के इस महापर्व ने बाजारों को गुलजार कर दिया है। कपड़ा, पूजन सामग्री और फलों की बिक्री से इस बार लगभग 500 करोड़ रुपये के कारोबार की उम्मीद जताई जा रही है। पिछले वर्षों की तुलना में इस बार बाजारों में ज्यादा चहल-पहल और ग्राहकों की भीड़ देखने को मिल रही है।
कंकड़बाग, बोरिंग रोड, कदमकुआं, राजाबाजार, हाट मार्केट और खेतान मार्केट जैसे इलाकों में दुकानों पर खरीदारों की भारी भीड़ देखी जा रही है। फलों की खुशबू और कपड़ों की चमक से सजा पटना इस समय पूरी तरह छठ की आस्था में रंगा हुआ है।
पटना फ्रूट एंड वेजिटेबल्स एसोसिएशन के अध्यक्ष शशिकांत प्रसाद ने बताया कि छठ पूजा को लेकर देश के कई राज्यों से फलों की खेप पटना पहुंच चुकी है। कश्मीर और हिमाचल से सेब, नागपुर से संतरा, पंजाब से नासपाती, जबकि आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और हाजीपुर से केला आ चुका है। सेब 80-120 रुपये प्रति किलो, संतरा 40-60 रुपये प्रति किलो, नासपाती 100–120 प्रति किलो, केला 450–700 प्रति घौंद, अनार 110–220 प्रति किलो, पानी वाला नारियल 45–50 प्रति पीस, अनानास 35–40 प्रति पीस, गागर नींबू 15–20 प्रति पीस उपलब्ध हो रहा है। कहा कि पूजा को लेकर फल कारोबार 100 से 150 करोड़ रुपये के आसपास रहने का अनुमान है।
पूजन सामग्री का 100 करोड़ तक कारोबार
कैट बिहार के चेयरमैन कमल नोपानी ने बताया कि सूप, दऊरा, लकड़ी, मिट्टी के चूल्हे, गेहूं, गुड़, मावा और नारियल जैसी पूजन सामग्री की बिक्री भी इस वर्ष काफी बढ़ी है। उन्होंने कहा कि पूजन सामग्री का कुल कारोबार 100-150 करोड़ रुपये से अधिक होने की संभावना है। झारखंड, बंगाल और असम से बड़ी मात्रा में सूप और दऊरे की खेप आई है, जिससे स्थानीय बाजारों में अच्छी रौनक है।
कपड़ा बाजार में 150–200 करोड़ की खरीदारी
खेतान मार्केट शापकीपर एसोसिएशन के अध्यक्ष रामलाल खेतान ने बताया कि छठ पर्व पर कपड़ा बाजार में भी जबरदस्त बिक्री देखी जा रही है। छठ में व्रती और परिवार के सदस्य नए कपड़े खरीदना शुभ मानते हैं। बच्चों से लेकर व्रती तक सभी के लिए नए वस्त्र खरीदे जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस बार कपड़ा बाजार का कारोबार 150 से 200 करोड़ रुपये के बीच रहने की उम्मीद है।

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