Bihar Cabinet Meeting: दानापुर, फुलवारी और खगौल शहर का बढ़ा दायरा, सरकार ने शामिल किए नए क्षेत्र
पटना के नजदीक दानापुर फुलवारीशरीफ और खगौल के शहरी क्षेत्र का विस्तार किया गया है। सरकार ने इन तीनों निकायों में नए ग्रामीण इलाकों को शामिल किया है जिससे इनका दायरा बढ़कर 49.05 वर्ग किलोमीटर हो गया है। इस फैसले से दानापुर फुलवारीशरीफ और खगौल के निवासियों को शहरी सुविधाएँ मिलेंगी और क्षेत्रों का विकास सुनियोजित ढंग से हो सकेगा।

राज्य ब्यूरो, पटना। राजधानी के आसपास बढ़ते शहरीकरण को देखते हुए राज्य सरकार ने दानापुर, फुलवारीशरीफ और खगौल के शहरी क्षेत्र का विस्तार किया है। इन तीनों निकायों में आसपास के नए ग्रामीण इलाकों को नगर परिषद क्षेत्र में शामिल किया गया है।
नगर विकास एवं आवास विभाग के इस प्रस्ताव पर मंगलवार को राज्य मंत्रिमंडल ने अपनी स्वीकृति दे दी। इसके साथ ही दानापुर, फुलवारीशरीफ और खगौल शहर का दायरा अब 49.05 वर्ग किलोमीटर तक फैल गया है।
विभागीय जानकारी के अनुसार, दानापुर निजामत नगर परिषद में फरीदनपुर, मैनपुरा, जमसौत (आंशिक), ढिबरा, कोथवां, मस्तफापुर (आंशिक), बबक्करपुर, आशोपुर (आंशिक) और नसीरपुर ग्राम को शामिल किया गया है। इस बदलाव के बाद दानापुर नगर परिषद का क्षेत्रफल 23.14 वर्ग किलोमीटर हो जाएगा, जिसमें वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार कुल आबादी एक लाख 95 हजार 564 है।
इसी तरह फुलवारीशरीफ नगर परिषद क्षेत्र में कुरकुरी, भुसौला दानापुर, नोहसा और नवादा के ग्रामीण इलाकों को शामिल किया गया है। इस बदलाव के बाद फुलवारीशरीफ नगर परिषद का कुल क्षेत्रफल 16.51 वर्ग किलोमीटर हो गया है, जिसकी कुल आबादी एक लाख 13 हजार 594 होगी।
राजधानी से सटे एक और नगर परिषद खगौल का दायरा बढ़ाकर 9.4 वर्ग किमी कर दिया गया है। इसमें सैदपुरा, आदमपुर कला, आदमपुर खुर्द, संदलपुर, बड़ी खगौल, लखनी बिगहा, खेदलपुरा, मुस्तफापुर, आशोपुर और सरारी को शामिल किया गया है। खगौल नगर परिषद की आबादी 65 हजार 451 होगी।
शहरी सुविधाओं का मिलेगा लाभ, होगा सुनियोजित विकास:
पटना से सटे दानापुर, फुलवारीशरीफ और खगौल के शहरी क्षेत्र का दायरा बढ़ाने से इन इलाकों का सुनियोजित विकास हो सकेगा। तीनों नगर परिषद की बड़ी आबादी को अब शहरी सुविधाओं का लाभ मिल सकेगा।
जिन ग्रामीण इलाकों को शहरी क्षेत्र में शामिल किया गया है, वहां सड़क, बिजली, जलापूर्ति, जलनिकासी आदि की व्यवस्था अब नगर निकाय करेगा। इन इलाकाें में बड़ी संख्या में घर-अपार्टमेंट भी बनाए जा रहे हैं, जिसकी निगरानी और स्वीकृति शहरी निकायों से मिलेगी।
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