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    Bihar BSRTC Bus: खाकी ड्रेस पहनेंगे बस ड्राइवर-कंडक्टर, महिलाओं के लिए बढ़ेंगी आरक्षित सीटें

    Updated: Wed, 30 Jul 2025 07:00 AM (IST)

    बिहार राज्य पथ परिवहन निगम की बसों के ड्राइवर और कंडक्टर अब खाकी वर्दी में दिखेंगे। बसों में आगे की चार पंक्तियाँ महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी। चालकों और कंडक्टरों के नाम प्रवेश द्वार पर प्रदर्शित किए जाएंगे। पुरानी बसों की फिटनेस जांच होगी और बस स्टैंडों पर बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित की जाएंगी। सारण रोहतास मधुबनी में अतिरिक्त ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक बनेंगे।

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    खाकी ड्रेस पहनेंगे बस ड्राइवर-कंडक्टर, महिलाओं के लिए बढ़ेंगी आरक्षित सीटें

    राज्य ब्यूरो, पटना। बिहार राज्य पथ परिवहन निगम (BSRTC) की बसों के ड्राइवर और कंडक्टर जल्द ही खाकी ड्रेस में नजर आएंगे। परिवहन विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान ड्राइवराें-कंडक्टरों को खाकी रंग का यूनिफॉर्म पहनने और नेम प्लेट लगाने का निर्देश दिया गया है। इसके साथ ही सार्वजनिक परिवहन की बसों में अब आगे की चार पंक्तियों की सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित की जाएंगी।

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    बसों में महिला यात्रियों की सुविधा और बढ़ती संख्या को देखते हुए यह आदेश दिया गया है। सभी बसों में चालक और कंडक्टर के नाम को बस के प्रवेश द्वार पर स्पष्ट रूप से प्रदर्शित करने का निर्देश दिया गया है। बस कंडक्टर को यात्रियों के प्रति विनम्र और पेशेवर व्यवहार सुनिश्चित करने के लिए व्यावहारिक प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।

    परिवहन विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह ने विश्वेश्वरैया भवन में आयोजित विभागीय समीक्षा बैठक के दौरान यह निर्देश दिए। बैठक के दौरान पुरानी और जर्जर बसों की अनिवार्य रूप से फिटनेस जांच करने का निर्देश दिया गया। साथ ही बस स्टैंडों पर पीने के पानी और शौचालय जैसी बुनियादी सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए गए।

    विभागीय जानकारी के अनुसार, राज्य के सभी जिलों में सघन वाहन जांच अभियान चलाया जाएगा। इसके साथ ही रोज वाहनों के पीयूसी (प्रदूषण जांच प्रमाणपत्र), फिटनेस और वाहन बीमा से संबंधित दस्तावेजों की जांच की जाएगी।

    ओवरलोडिंग पर प्रभावी नियंत्रण के लिए सभी जिलों में दो पालियों में बैरियर लगाकर सघन जांच अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है। सभी जिला परिवहन पदाधिकारियों (डीटीओ) को ट्रैफिक सिग्नलों की जांच कर उन्हें सुव्यवस्थित करने का टास्क भी दिया गया है।

    सारण, रोहतास, मधुबनी में बनेंगे अतिरिक्त ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक:

    राज्य के 27 जिलों में आधुनिक ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक का निर्माण कर इनका संचालन शुरू कर दिया गया है। अब लाइसेंस प्राप्त करने से पहले आधुनिक ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक पर आवेदकों का टेस्ट लिया जा रहा है। टेस्ट में पास होने के बाद ही लाइसेंस निर्गत किया जा रहा है।

    जून 2025 में सारण, रोहतास और मधुबनी जिलों में क्रमशः 3296, 2425 और 3959 ड्राइविंग टेस्ट किए गए। इसके विरुद्ध, टेस्ट में सफल आवेदकों को क्रमशः 2272, 2129 और 2375 ड्राइविंग लाइसेंस निर्गत किए गए हैं।

    सारण में औसतन प्रतिदिन 110, रोहतास में 81 और मधुबनी में 132 ड्राइविंग टेस्ट लिए जा रहे हैं, जबकि प्रतिदिन क्रमशः 76, 71 और 79 लाइसेंस निर्गत किए जा रहे हैं। आवेदकों की अधिक संख्या को देखते हुए इन तीनों जिलों में अतिरिक्त ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक का निर्माण किया जाएगा।