चुनाव से ठीक पहले बीजेपी को झटका, विधान पार्षद की पत्नी थाम सकतीं हैं लालटेन का हाथ
सीमांचल में भाजपा नेता अशोक अग्रवाल की पत्नी उषा अग्रवाल राजद में शामिल हो सकती हैं। कटिहार की मेयर उषा को राजद से टिकट मिलने की संभावना है। भाजपा नेताओं का दावा है कि उन्होंने उषा को मना लिया है, लेकिन टिकट न मिलने पर वह राजद में शामिल हो सकती हैं या निर्दलीय चुनाव लड़ सकती हैं। भाजपा में तार किशोर प्रसाद समेत कई अन्य दावेदार भी हैं।

राज्य ब्यूरो, पटना। सीमांचल की राजनीति में भाजपा के प्रमुख चेहरा एवं लगातार 18 वर्ष से स्थानीय प्राधिकार से विधान पार्षद अशोक अग्रवाल शनिवार को बड़ा दांव चल सकते हैं। चर्चा है कि अग्रवाल की पत्नी एवं कटिहार की मेयर उषा अग्रवाल राजद की सदस्यता ग्रहण कर सकती हैं। भाजपा में प्रमुख नेताओं के बीच उषा के पाला बदल की चर्चा जोरों पर हैं।
संभवना है कि राजद की सदस्यता ग्रहण करने के उपरांत कटिहार मेयर लालटेन लालटेन थाम विधानसभा प्रत्याशी बनाईं जा सकतीं हैं। हालांकि, भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का दावा है कि पार्टी ने उषा को मना लिया है। अशोक अग्रवाल से भी बात हुई है। पार्टी ने भविष्य में उषा को बड़ा अवसर देने भरोसा दिया है।
उल्लेखनीय है कि कटिहार से निवर्तमान विधायक एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री तार किशोर प्रसाद के अतिरिक्त कई अन्य दावेदार भाजपा से टिकट मांग रहे हैं। उषा ने भी भाजपा नेतृत्व पर टिकट के लिए दबाव बनाया था लेकिन अनुरोध अस्वीकृत होने के उपरांत अब रास्ता बदलने की तैयारी कर रही है।
राजद की ओर से कटिहार से प्रत्याशी बनाए जाने का आश्वासन मिलने पर लालटेन की रोशनी में कटिहार से मैदान में उतर सकती हैं। किसी कारणवश राजद से बात नहीं बनती है तो उषा निर्दलीय भी मैदान में उतरने की तैयारी कर रही हैं।
उधर, भाजपा की ओर से तारकिशोर के अतिरिक्त पूर्व सांसद निखिल चौधरी के परिवार के सदस्य भी प्रबल दावेदार बताए जा रहे हैं।
वर्तमान जिला इकाई में पदधारक भी हैं।
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