Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Budget 2023: बजट 2023 को बिहार भाजपा ने सराहा, संजय जायसवाल ने कहा- सशक्त भारत की बुनियाद रखेगा

    By Raman ShuklaEdited By: Yogesh Sahu
    Updated: Wed, 01 Feb 2023 09:35 PM (IST)

    बजट 2023 पर बिहार भाजपा के नेताओं ने बुधवार को अपनी प्रतिक्रिया दी। केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से पेश किए गए बजट को अभूतपूर्व बताते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा. संजय जायसवाल ने कहा कि यह भविष्य के सशक्त भारत की बुनियाद रखने वाला बजट है।

    Hero Image
    Budget 2023: बजट 2023 को बिहार भाजपा ने सराहा, संजय जायसवाल ने कहा- सशक्त भारत की बुनियाद रखेगा

    राज्य ब्यूरो, पटना। केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा बुधवार को पेश किए गए बजट को अभूतपूर्व बताते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डा. संजय जायसवाल ने कहा कि यह भविष्य के सशक्त भारत की बुनियाद रखने वाला बजट है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नीतियों पर चलते हुए भारतीय अर्थव्यस्था के आकार में पिछले नौ वर्षों में एतिहासिक वृद्धि हुई है। भारत दुनिया की 10वीं अर्थव्यवस्था से बढ़कर दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुका है। बजट बढ़ते भारत की प्रगति की गति को और तेज करने वाला है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    आम बजट सराहनीय और सकरात्मक: विजय सिन्हा

    विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय सिन्हा ने कहा कि बजट युवाओं का बेहतर भविष्य बनाने में काफी मददगार साबित होगा। किसानों व मध्यमवर्गीय लोगों में बजट से उम्मीद जगी है। यह बजट युवाओं को बेहतर भविष्य बनाने में मदद करने वाला है। बजट से हर तबके के लोगों को अवसर मिलेगा।

    जनता के बीच बजट को लेकर जैसी उम्मीद की गई थी, वैसा ही यह बजट है। उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव द्वारा बिहारियों को ठगने वाला बजट बताए जाने पर उन्होंने कहा कि यादव को बिहार के लाभ से कोई मतलब नहीं है। उनके पास पांच विभाग हैं और बजट में वे देख रहे हैं कि उनके विभाग में कितना कमीशन उनके हिस्से आएगा।

    नए भारत की बुनियाद को मजबूत करेगा बजट: सम्राट चौधरी

    विधान परिषद में नेता प्रतिपक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि वर्ष 2023-24 का बजट नए भारत की बुनियाद को और ज्यादा मजबूत करने वाला है। सर्वव्यापी, सर्व स्पर्शी बजट समाज के सभी तबकों का ख्याल रखने वाला है। सबका साथ, सबका प्रयास के जरिए जनभागीदारी की जरूरत को मजबूत करने वाला यह बजट है।

    अमृतकाल के इस बजट में कृषि ऋण लक्ष्य को बढ़ाकर 20 लाख करोड़ रुपये करने से बिहार जैसे कृषि प्रधान राज्य के किसानों को अत्यंत आवश्यक वित्त उपलब्ध होगा और खाद्यान्न उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। फार्म इनपुट मार्केट इंटेलिजेंस और एग्रीटेक स्टार्टअप्स के लिए एक्सीलेटर फंड लाभदायक कृषि पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करेगा।

    बजट सर्वव्यापी, समाज के सभी वर्गों का रखा गया है ख्याल: तारकिशोर

    पूर्व उप मुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि नए वित्तीय वर्ष 2023-24 के बजट में समाज के सभी तबकों के सर्वांगीण विकास का संकल्प है। सबका साथ, सबका विकास, सबका प्रयास के जरिए जनभागीदारी की जरूरत को मजबूत करने वाला यह बजट है, जो अमृतकाल में सशक्त भारत की नींव को और पुख्ता करेगा।

    बजट कृषि व किसान हितैषी है। अमृतकाल के पहले वर्ष के इस बजट में फार्म इनपुट मार्केट इंटेलिजेंस और एग्रीटेक स्टार्टअप्स के लिए एक्सीलेटर फंड से कृषि से जुड़े युवा उधमियों को आकर्षित करने में बड़ी सफलता मिलेगी। इससे लाभदायक कृषि पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करेगा।

    गरीबों का आर्थिक उत्थान सुनिश्चित करने वाला बजट : नित्यानंद

    केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने नए वित्तीय वर्ष के बजट को राष्ट्र के चहुमुंखी विकास का मार्ग प्रशस्त करने वाला शानदार बजट बताया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश सर्वस्पर्शी, सर्वसमावेशी और ‘सबका साथ, सबका विकास’ के संकल्प को पूर्ण करने वाला ऐतिहासिक बजट अभिनंदनीय है। बजट में गांव है, गरीब है, किसान है, युवा है, महिला है, लघु एवं मध्यम कारोबारी हैं और रोजगार के अवसरों की असीमित संभावनाएं हैं। यह बजट दलित, वंचित, पिछड़ा और गरीबों के आर्थिक उत्थान को सुनिश्चित करने वाला है।

    आम बजट बदलते भारत की सोचः मंगल पांडेय

    पूर्व स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश 2023-24 बजट को बदलते भारत की सोच बताया है। पांडेय ने कहा कि भारत का यह बजट ऐसे समय पर पेश हो रहा है, जब दुनिया की बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की रफ्तार धीमी हो गई है। यही नहीं, मंदी की ओर जा रही हैं। ऐसे में केंद्र सरकार की यह बजट सभी वर्गों के लिए आशा की किरण है। इस बजट में सभी क्षेत्रों और वर्गों का ख्याल रखा गया है।