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    बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान संपन्न, NDA सरकार के 6 मंत्रियों की किस्मत EVM में कैद

    Updated: Thu, 06 Nov 2025 11:00 PM (IST)

    बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। इस चरण में एनडीए सरकार के 6 मंत्रियों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई है।इनमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चार और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के दो मंत्री शामिल हैं। सभी 6 का सीधा मुकाबला महागठबंधन से है। कहीं त्रिकोणात्मक संघर्ष नहीं है।

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    हले चरण में छह मंत्रियों का भाग्य ईवीएम में लॉक। फोटो जागरण

    मनीष कुमार, पटना। विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान गुरुवार को शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न हुआ। इस चरण में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के छह मंत्रियों की किस्मत ईवीएम में लॉक हो गई है।

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    इनमें भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चार और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के दो मंत्री शामिल हैं। सभी छह का सीधा मुकाबला महागठबंधन से है। कहीं त्रिकोणात्मक संघर्ष नहीं है।

    सिवान सदर सीट से भाजपा के वरिष्ठ नेता और स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने पहली बार जनता की अदालत में परीक्षा दी है। उनका सीधा मुकाबला राजद प्रत्याशी और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी से है।

    बिहारशरीफ सीट पर भाजपा प्रत्याशी पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ. सुनील कुमार कांग्रेस के नए चेहरे उमैर खान से टक्कर ले रहे हैं। अमनौर सीट पर भाजपा प्रत्याशी व आइटी मंत्री कृष्ण कुमार मंटू का मुकाबला राजद के सुनील कुमार से है, जबकि बांकीपुर में पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन के सामने राजद की रेखा कुमारी हैं।

    वहीं, नालंदा सीट पर जदयू के टिकट पर ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार का मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी कौशलेंद्र कुमार से है। जदयू प्रत्याशी शिक्षा मंत्री व पूर्व आइपीएस अधिकारी सुनील कुमार की भोरे विधानसभा क्षेत्र में सीधी टक्कर भाकपा (माले) के उम्मीदवार धनंजय से है।

    मंगल पांडेय ने पहली बार विस चुनाव लड़ा है। मंटू 2010 से जीत-हार दोनों का स्वाद चख चुके हैं। डॉ. सुनील व नितिन नवीन लगातार पांच बार से अविजित हैं। श्रवण कुमार सात बार जीत चुके, मात्र एक बार हारे। पूर्व आइपीएस सुनील का यह दूसरा चुनाव है।

    2020 में भोरे में मात्र 462 वोटों से हुई थी जीत

    गोपालगंज जिले की चर्चित विधानसभा सीट भोरे पर वर्ष 2020 के विधानसभा चुनाव में मुकाबला बेहद करीबी था। उस चुनाव में जदयू प्रत्याशी व पूर्व आइपीएस अधिकारी सुनील कुमार मात्र 462 वोटों के बेहद मामूली अंतर से जीत सके थे।

    इस कारण सभी की निगाहें इस सीट पर टिकी हैं। सिवान सदर से राजद से अवध बिहारी चौधरी ने 1,973 वोटों के अंतर से जीत दर्ज की थी, तब उनके सामने भाजपा के ओम प्रकाश यादव थे।

    भाजपा के कृष्ण कुमार मंटू ने 3,681 वोटों से और भाजपा के डॉ. सुनील कुमार ने 15,102 वोटों से जीत हासिल की थी। जदयू के श्रवण कुमार ने 16,077 वोटों से, वहीं भाजपा के नितिन नवीन ने 39,036 वोटों के भारी अंतर से जीत दर्ज की थी।