बिहार विधानसभा चुनाव 2025: मुख्यमंत्री के सीधे फीडबैक से जदयू के उम्मीदवारों पर लगेगी मुहर, जानिए क्यों है खास
बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 से पहले एनडीए में सीट शेयरिंग पर मंथन जारी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जदयू उम्मीदवारों पर फीडबैक ले रहे हैं ताकि विधायकों के प्रति नाराजगी का आकलन किया जा सके। कुछ विधायकों को दोबारा टिकट मिलने की संभावना है वहीं लगभग दस सीटों पर नए चेहरे आ सकते हैं।

राज्य ब्यूरो, पटना। विधानसभा चुनाव 2025 को ले एनडीए में सीट शेयरिंग का फार्मूला हफ्ते दस दिनों के अंदर तय होने की उम्मीद है। इसके ठीक पहले जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जदयू के लिए संभावित सीटों के प्रत्याशियों को ले तेज गति से फीडबैक लेना आरंभ कर दिया है। शुक्रवार को इस क्रम में उन्होंने चार सौ लोगों से भेंट की थी। यह सिलिसिला आने वाले समय में और गति पकड़ेगा। लोगों से मिल रहा फीडबैक ही जदयू की टिकट पर मुहर का सबसे बड़ा फैक्टर होगा।
जदयू नेतृत्व इस फीडबैक कार्यक्रम से यह देख रहा कि उसके विधायकों के प्रति किस तरह की नाराजगी है लोगों के बीच। इस क्रम में स्थानीय कार्यकर्ताओं से सीधे बात हो रही। पार्टी के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय झा और प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा के स्तर पर इस नोट भी किया जा रहा। कुछ लोग अपनी उम्मीदवारी की भी बात कर रहे।
वैसे मुलाकात को ले जदयू के नेतृत्व स्तर हुई बैठक के बारे में जो फीडबैक है उसके अनुसार जदयू नेतृत्व इस मूड में नहीं है कि विधायकों को बेटिकट किया जाए। उनके बारे में जो बातें आ रहीं हैं उस पर जदयू नेतृत्व उनसे सीधे बात कर शिकायत की सुधार की बात करेगा। वहीं कुछ सीटें जिनकी संख्या दस के करीब हैं पर नए प्रत्याशी की संभावना जरूर बन रही।
जदयू नेतृत्व के स्तर पर यह भी आकलन किया जा रहा कि क्षेत्र में उन योजनाओं को लेकर लोग किस तरह की बात कर रहे जो हाल में शुरू हुई हैं। सभी वर्ग के लाभ के लिए शुरू योजनाओं की ताकत पर बात हो रही।
जदयू ने प्रत्याशियों को तय किए जाने को ले हाल ही में अपने जिला प्रभारियों की बैठक थी। उनसे संभावित प्रत्याशियों व पार्टी के वर्तमान विधायकों के बारे में फीडबैक लिया गया था। इस क्रम में यह बात सामने आयी थी कि 2020 में चुनाव हार गए कुछ विधायकों को इस बार भी मौका दिया जाना चाहिए।
जदयू सूत्रों के अनुसार जदयू नेतृत्व से मिलने आए पार्टी के लोगों ने इस पर भी बात की है। लंबी पारी खेल चुके विधायकों की जगह युवाओं को मौका दिए जाने की बात भी लोगों ने की है।
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