Bihar AQI Level: पटना सहित 11 शहरों की हवा प्रदूषित, 323 पहुंचा वायु गुणवत्ता सूचकांक
बिहार में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है। पटना समेत 11 शहरों की हवा खराब हो गई है, जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक 323 तक पहुंच गया है। पटना में प्रदूषण का मुख्य कारण वाहनों और औद्योगिक इकाइयों से निकलने वाला धुआं है। सरकार प्रदूषण कम करने के लिए कदम उठा रही है।

जागरण संवाददाता, पटना। राजधानी सहित 11 शहरों में शुक्रवार को हवा प्रदूषित रही। पटना का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 162 दर्ज किया गया। बिहार प्रदूषण नियंत्रण पर्षद से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, पटना के समनपुरा का वायु गुणवत्ता सूचकांक सबसे अधिक 323 दर्ज किया गया। समनपुरा का इलाका प्रदेश में सबसे अधिक प्रदूषित रहा।
वहीं, मुरादपुर का 161, दानापुर का 149, राजवंशी नगर का 111 एवं पटना सिटी के शिकारपुर में 80 दर्ज किया गया। प्रदेश में सासाराम का अधिक एक्यूआई 168 दर्ज किया गया। समनपुरा की हवा में पीएम 2.5 अधिकतम दर्ज किया गया, जबकि पीएम 10 की स्थिति अधिकतम 150 तक रही।
प्रदेश में 49 एक्यूआई के साथ समस्तीपुर की हवा सबसे स्वच्छ रही। मौसम विज्ञानी के अनुसार, सर्दी के दिनों में वायु की गुणवत्ता घटते-बढ़ते रहती है। सर्द दिनों में तापमान कम होने के कारण हवा का घनत्व बढ़ता है। हवा में घनत्व के बढ़ने और तापमान कम होने के कारण प्रदूषित हवा नीचे रह जाती है। ऐसे में वह धुंध की तरह दिखती है।
कोहरे के साथ प्रदूषण और खतरनाक गैस मिश्रण बनाता है। इस कारण कई स्थानों पर प्रदूषण का स्तर घटता-बढ़ता रहता है। प्रदेश की भौगोलिक संरचना का असर भी शहर की वायु गुणवत्ता पर प्रभाव डालता है। मिट्टी ठोस नहीं होने के कारण हवा में धूलकण की मात्रा इस मौसम में अधिक हो जाती है। गर्म हवा ऊपर उठने के साथ ठंड हवा नीचे आती है। इससे वायुमंडल में व्याप्त धूलकण जमा होने लगती है।
पश्चिमी हवा में व्याप्त धूलकणों की वजह से शहर की वायु गुणवत्ता पर असर पड़ता है। इसके अलावा अलग-अलग जगहों पर हो रहे निर्माण कार्य के कारण हवा का स्तर खराब होता है। शहर के अलग-अलग जगहों पर लगातार सड़कों पर पानी का छिड़काव नियमित रूप से होने पर हवा को स्वच्छ रखा जा सकता है। सात जिलों के भागलपुर, सहरसा, मोतिहारी, छपरा, बेगूसराय, बिहारशरीफ एवं किशनगंज की हवा संतोष जनक रही।
प्रमुख शहरों का सूचकांक:
| शहर | AQI |
|---|---|
| सासाराम | 168 |
| बक्सर | 152 |
| आरा | 145 |
| अररिया | 141 |
| गया | 139 |
| पटना | 137 |
| मुंगेर | 128 |
| हाजीपुर | 121 |
| मुजफ्फरपुर | 108 |
| सिवान | 105 |
| औरंगाबाद | 102 |
संतोषजनक स्थिति
| शहर | AQI |
|---|---|
| भागलपुर | 99 |
| सहरसा | 86 |
| मोतिहारी | 75 |
| छपरा | 72 |
| बेगूसराय | 70 |
| बिहारशरीफ | 67 |
| किशनगंज | 44 |
वायु गुणवत्ता की श्रेणी
| AQI रेंज | श्रेणी | रंग कोड | स्वास्थ्य प्रभाव |
|---|---|---|---|
| 0 - 50 | अच्छा | हरा | न्यूनतम प्रभाव |
| 51 - 100 | संतोषजनक | हल्का हरा | सामान्य लोगों के लिए ठीक, संवेदनशील लोगों को हल्की परेशानी हो सकती है |
| 101 - 200 | मध्यम प्रदूषित | पीला | सांस की बीमारी और हृदय रोगियों को परेशानी हो सकती है |
| 201 - 300 | खराब | नारंगी | लंबे समय तक संपर्क में रहने पर सभी को सांस की तकलीफ हो सकती है |
| 301 - 400 | बहुत खराब | लाल | लंबे समय तक रहने पर गंभीर स्वास्थ्य प्रभाव, स्वस्थ लोगों को भी परेशानी |
| 401 - 450 | गंभीर | मैरून | स्वस्थ लोगों को भी गंभीर प्रभाव, बीमार लोगों के लिए आपात स्थिति |

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।