बिहार में तेजी से बन रहा पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, डेयरी इंजीनियरिंग समेत कई हुनर सीखेंगे छात्र
बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य जारी है जिसमें डेयरी इंजीनियरिंग समेत कई भवन बन चुके हैं। आधुनिक तकनीक से लैस इन भवनों में शोध और प्रशिक्षण की बेहतर सुविधाएँ होंगी। 224.53 एकड़ में बन रहे इस विश्वविद्यालय में ऑडिटोरियम खेल परिसर और छात्रों के लिए छात्रावास की भी व्यवस्था होगी। वैज्ञानिकों और छात्रों के आवास पर भी ध्यान दिया जा रहा है।

जागरण संवाददाता, पटना। बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय का निर्माण चरणबद्ध तरीके से किया जा रहा है। डेयरी इंजीनियरिंग समेत कई भवनों का निर्माण पूरा हो चुका है। शेष कार्य को जल्द पूरा करने का निर्देश दिया गया है। यह भवन आधुनिक तकनीक और नवीनतम उपकरणों से सुसज्जित है।
यहां शोध और प्रशिक्षण के लिए बेहतर सुविधाएं विकसित की जा रही हैं। भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि भवन निर्माण विभाग विभिन्न शैक्षणिक, प्रशासनिक और आवासीय भवनों का निर्माण कर रहा है।
यहां डेयरी इंजीनियरिंग भवन, आईएलएफसी प्रशासनिक ब्लॉक, सामुदायिक केंद्र, शॉपिंग भवन, सेंट्रल स्टोर, पशु प्रयोगशाला, चारा विश्लेषण एवं गुणवत्ता नियंत्रण प्रयोगशाला, कुलपति आवास समेत कई भवनों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। बालक छात्रावास का कार्य भी पूरा हो चुका है।
कई महत्वपूर्ण भवनों का सिविल कार्य पूरा हो चुका है। फिनिशिंग का कार्य प्रगति पर है। आवासीय भवनों का कार्य भी तेजी से पूरा किया जा रहा है।
कार्यशाला और सेमिनार हॉल का निर्माण पूरा
सचिव ने बताया कि डेयरी इंजीनियरिंग भवन का निर्माण क्षेत्र 5704 वर्ग मीटर है। इसमें डेयरी प्रोसेस इंजीनियरिंग लैब, फूड इंजीनियरिंग लैब और कंप्यूटर लैब समेत कई प्रकार की प्रयोगशालाएं बनाई गई हैं। इसके अलावा, एक कार्यशाला और चार सेमिनार हॉल का निर्माण किया गया है।
विश्वविद्यालय अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित होगा, जिसमें अनुसंधान केंद्र, प्रशिक्षण सुविधाएँ और छात्रों के लिए बेहतर आवास की व्यवस्था होगी। वैज्ञानिकों के साथ-साथ छात्रों के आवास की भी सुविधा विकसित की जा रही है। हरित भवन की विशेषताओं का भी ध्यान रखा जा रहा है।
12 सौ क्षमता का ऑडिटोरियम बनेगा
बिहार पशु विज्ञान विश्वविद्यालय का निर्माण 224.53 एकड़ के भूखंड पर किया जा रहा है। भवन में 12 सौ क्षमता का एक ऑडिटोरियम भी बनाया जाएगा। खेल प्रेमियों के लिए एक आउटडोर स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स बनाया जा रहा है।
गेस्ट हाउस में ठहरने वालों के लिए 40 सिंगल रूम, 10 वीआईपी रूम और 20 डॉरमेट्री बेड बनाए जाएँगे। 350 स्नातक छात्रों के लिए डबल सीटर बेड, 210 स्नातकोत्तर छात्रों के लिए सिंगल सीटर बेड और 140 पीएचडी छात्रों के लिए सिंगल सीटर बेड बालक छात्रावास में लगाए जाएंगे।
छात्राओं के लिए छात्रावास में 200 स्नातक छात्राओं के लिए डबल सीटर बेड, 90 स्नातकोत्तर छात्राओं के लिए सिंगल सीटर बेड और 60 पीएचडी छात्राओं के लिए सिंगल सीटर बेड होंगे।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।