बिहार के सूखे क्षेत्रों में रहने वाले किसानों को मिलेंगे कई लाभ, डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने दिए सख्त निर्देश
उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने कृषि विभाग को खरीफ फसल आच्छादन की समीक्षा करने का निर्देश दिया है। सूखे वाले क्षेत्रों में डीजल अनुदान वितरण पर निर्णय लेने और जल संसाधन विभाग से नहरों का संचालन सुनिश्चित करने को कहा है। खरीफ में धान की रोपाई 53% और मक्का की बुवाई 60% हुई है जो पिछले वर्ष से बेहतर है। कुल फसल आच्छादन 5% अधिक है।

राज्य ब्यूरो, पटना। उपमुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री विजय सिन्हा ने विभाग के अधिकारियों को शारदीय (खरीफ) फसल आच्छादन की स्थिति की निरंतर समीक्षा सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा है कि जहां कम वर्षा के कारण सूखे की स्थिति उत्पन्न हो रही है, वहां जिला कृषि टास्क फोर्स की बैठक आयोजित कर डीजल अनुदान वितरण पर निर्णय लिया जाए और इसकी सूचना कृषि विभाग को शीघ्र भेजी जाए।
इसके अलावा जल संसाधन विभाग से नहर का समुचित संचालन कराने का अनुरोध करें। ऊर्जा विभाग से कृषि फीडरों से सिंचाई के लिए किसानों को 24 घंटे निर्बाध बिजली आपूर्ति करने का अनुरोध किया गया है।
दूसरी ओर, शारदीय (खरीफ) 2025 में धान की रोपाई का लक्ष्य 37.45 लाख हेक्टेयर है, जिसके विरुद्ध 19.96 लाख हेक्टेयर (53 प्रतिशत) में रोपाई हो चुकी है, जबकि पिछले वर्ष यह आंकड़ा 46 प्रतिशत था।
वहीं, मक्का के लिए आच्छादन लक्ष्य 2.86 लाख हेक्टेयर था, जिसमें से अब तक 1.72 लाख हेक्टेयर (60 प्रतिशत) में बुवाई हो चुकी है। दलहन में 45 प्रतिशत, तिलहन में 3 प्रतिशत, मोटे अनाज में 22 प्रतिशत और अन्य फसलों में 45 प्रतिशत आच्छादन बताया गया है। खरीफ फसलों का कुल लक्ष्य 43.97 लाख हेक्टेयर है, जिसके विरुद्ध अब तक 23.31 लाख हेक्टेयर (53 प्रतिशत) में खेती हो चुकी है। यह पिछले वर्ष से पांच प्रतिशत अधिक है।
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