32 जिलों के किसानों की बल्ले-बल्ले, अंजीर की खेती पर बिहार सरकार देगी 50000 रुपये प्रति हेक्टेयर अनुदान
कृषि विभाग ने बिहार में अंजीर फल विकास योजना शुरू की है जिसका उद्देश्य किसानों को अंजीर की खेती के लिए प्रोत्साहित करना है। इस योजना के तहत किसानों को प्रति हेक्टेयर 50000 रुपये तक का अनुदान मिलेगा। किसान उद्यान निदेशालय की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। यह योजना 32 जिलों में लागू है और इसका लक्ष्य किसानों की आय बढ़ाना और अंजीर उत्पादन को बढ़ावा देना है।
राज्य ब्यूरो, पटना। बागवानी को लाभाकारी बनाने के लिए कृषि विभाग ने अंजीर फल विकास योजना की शुरुआत की है। इस योजना के तहत अंजीर की खेती करने वाले किसानों को अनुदान देने का प्रविधान किया गया है। किसानों की आय बढ़ाने का प्रयास है।
अंजीर फल विकास योजना के तहत इसकी खेती पर वित्तीय वर्ष 2025-26 से 2026-27 तक प्रति हेक्टेयर 1.25 लाख रुपये की लागत तय की गई है। इसकी खेती करने वाले किसानों को सरकार उनकी लागत का 40 प्रतिशत अर्थात 50 हजार रुपये का अनुदान देगी।
2025-26 में यह कुल अनुदान का 60 प्रतिशत यानि कि 30 हजार रुपये एवं 2026-27 में 40 प्रतिशत अर्थात 20 हजार रुपये किसानों को मिलेगा।
कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि यह योजना न सिर्फ बिहार के किसानों को आर्थिक लाभ दिलाने में मददगार साबित होगी बल्कि इससे बिहार में अंजीर फल के उत्पादन को भी बढ़ावा मिलेगा।
ऑनलाइन कर सकते हैं आवेदन
अंजीर फल विकास योजना का लाभ लेने के लिए किसान ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए कृषि विभाग के उद्यान निदेशालय की वेबसाइट https://horticulture.bihar.gov.in पर जाकर आवेदन करना होगा। किसान अनुदान से संबंधित विशेष जानकारी के लिए जिला उद्यान पदाधिकारी से संपर्क कर सकते हैं।
32 जिलों के किसान उठा सकते हैं लाभ
अंजीर फल विकास योजना के तहत बिहार के 32 जिलों में चलाई जा रही हैं। जिसमें अरवल, भोजपुर, बक्सर, गोपालगंज, जहानाबाद, लखीसराय, मधेपुरा, सारण, शिवहर, सीतामढ़ी, सिवान, सुपौल, अररिया, औरंगाबाद, बेगूसराय, भागलपुर, दरभंगा, पूर्वी चम्पारण, जमुई, खगड़िया, किशनगंज, मधुबनी, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, नालंदा, पटना, गया, रोहतास, पूर्णिया, समस्तीपुर, वैशाली एवं पश्चिम चम्पारण जिले सम्मिलित है।
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