PM मोदी के कैबिनेट विस्तार को लेकर बड़ा सवाल- क्या चिराग का होगा मोहभंग या नाराज होगे CM नीतीश?
PM Modi Cabinet Expansion प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने कैबिनेट का विस्तार बुधवार को करने वाले हैं। इसके साथ बड़ा सवाल यह पैदा हो गया है कि क्या चिराग पासवान का पीएम मोदी से मोहभंग हो जाएगा या चिराग को मंत्रिमंडल में जगह दी गई तो सीएम नीतीश नाराज हो जाएंगे?

पटना, ऑनलाइन डेस्क। PM Modi Cabinet Expansion प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) अपने केंद्रीय कैबिनेट का विस्तार (PM Modi Cabinet Expansion) बुधवार को करने जा रहे हैं। इसे देखते हुए बिहार की सियासत गर्म (Bihar Politics Heats Up) होती दिख रही है। देखना यह होगा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) में शामिल लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) से मंत्रिमंडल में किसे जगह दी जाती है। दो-फाड़ हो चुकी एलजेपी में रामविलास पासवान (Ramvilas Paswan) की विरासत की जंग जारी है। पार्टी पर चिराग पासवान (Chirag Paswan) व उनके चाचा पशुपति पारस (Pashupati Paras) के अपने-अपने दावे हैं। इस कैबिनेट विस्तार के साथ या तो चिराग पासवान का पीएम मोदी (PM Modi) से मोहभंग हो जाएगा या अगर चिराग को मंत्रिमंडल में जगह दी जाती है ता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) की नाराजगी तय है।
बीजेपी की नजर में किसकी है एलजेपी, अभी तक पहेली
यह देखना दिलचस्प होगा कि एनडीए में एलजेपी के किस धड़े को असली एलजेपी के रूप में जगह मिलती है।
चर्चाओं पर विश्वास करें तो मोदी मंत्रिमंडल विस्तार (Cabinet Reshuffle) में बिहार से जनता दल यूनाइटेड (JDU) व भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ एलजेपी को भी जगह मिलेगी। एलजेपी से पहले रामविलास पासवान कैबिनेट मंत्री थे, लेकिन उनके निधन के बाद पार्टी से कोई मंत्री नहीं है। एलजेपी में मचे घमासान के बीच बीजेपी की चुप्पी के कारण वह किसके साथ है, फिलहाल स्पष्ट नहीं है। यह भी अभी तक पहेली ही है कि एलजेपी से पशुपति पारस को कैबिनेट में जगह मिलेगी या चिराग पासवान को।
चिराग की यात्रा के बाद नतीजे पर पहुंची होगी बीजेपी
माना जा रहा था कि बीजेपी सोमवार को रामविलास पासवान की जयंती के अवसर पर चिराग पासवान की आशीर्वाद यात्रा (Aashirwad Yatra) को मिले जनसमर्थन को आंकने के लिए रुकी थी। बीजेपी देखना चाहती थी कि बदली परिस्थितियों में चिराग में रामविलास पासवान की तरह जनता को खींच पाने की काबिलियत है या नहीं। आशीर्वाद यात्रा में उमड़ी भीड़ व उसे मिले जन-समर्थन को पैमाना मानें तो चिराग पासवान सफल माने जा रहे हैं। इस यात्रा ने पार्टी पर उनकी पकड़े के दावे को भी मजबूत किया है। हालांकि, उनके चाचा पशुपति पारस इससे इत्तेफाक नहीं रखते। चिराग की यात्रा के बाद बीजेपी भी अपने नतीजे पर पहुंची होगी।
कई बड़ी बातें कह चुके चिराग, पीएम मोदी से उम्मीद
मंत्रिमंडल में जगह की बात करें तो चिराग पासवान ने मंगलवार को फिर दुहराया कि एलजेपी को ताेड़ने वाले पांच सांसद (MP) संसद (Lok Shabha) में अलग गुट हो सकते हैं, लेकिन वे एलजेपी सांसद नहीं कहे जा सकते हैं। ऐसे में उन्हें मंत्रिमंडल में बतौर एलजेपी सांसद जगह देना उन्हें स्वीकार नहीं होगा। चिराग यह पहले ही कह चुके हैं कि भविष्य के उनके रास्ते खुले हैं। एलजेपी में अपनी मुश्किल पर बीजेपी की चुप्पी को लेकर भी वे असंतोष का इजहार कर चुके हें। इसके बावजूद उन्हे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उम्मीद है कि राम (Narendra Modi) अपने हनुमान (Chirag Paswan) का वध होता नहीं देखेंगे।
फैसले के पहले सियासी गुणा-भाग जरूर करेगी बीजेपी
बीजेपी के सामने बिहार में नीतीश सरकार (Nitish Government) को बचाते हुए केंद्र में एलजेपी को भी साथ लेकर चलने की बड़ी चुनौती है। बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2020) के दौरान चिराग पासवान ने जिस तरह जेडीयू के खिलाफ मोर्चा खोलकर बिहार विधानसभा में उसे तीसरे नंबर की पार्टी बनाने में भूमिका निभाई, उससे नीतीश कुमार नाराज हैं। बीजेपी के चिराग को साथ लेकर चलने से नीतीश कुमार की नाराजगी तय है। इस बाबत कोई फैसला लेने के पहले बीजेपी सियासी गुणा-भाग जरूर करेगी।
अब नजदीक है। एलजेपी के घमासान का क्लाइमेक्स
स्पष्ट है कि एलजेपी में मचे घमासान का सियासी क्लाइमेक्स अब नजदीक आ गया है। पीएम मोदी के मंत्रिमंडल विस्तार के साथ एनडीए की नजर में असली एलजेपी का फैसला हो जाएगा। देखना यह होगा कि इसके बाद क्या होता है। अगर पशुपति पारस धड़े से बतौर एलजेपी सांसद किसी को मंत्रिमंडल में जगह मिलती है तो क्या करेंगे चिराग पासवान? अगर चिराग मंत्री बनाए जाते हैं तो कैसी होगी मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की प्रतिक्रिया?
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