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राजद सुप्रीमो की छाया की तरह साथ रहते भोला यादव, लोग कहते लालू के 'हनुमान'

राजद नेता भोला यादव हमेशा लालू के साये की तरह साथ रहते हैं। बात चाहे जेल में बंद लालू का ख्‍याल रखने की हो या फिर दिल्‍ली ले जाने की, वे हमेशा साथ दिखे। जानिए उनके बार में।

By Ravi RanjanEdited By: Published: Thu, 29 Mar 2018 12:01 PM (IST)Updated: Thu, 29 Mar 2018 11:23 PM (IST)
राजद सुप्रीमो की छाया की तरह साथ रहते भोला यादव, लोग कहते लालू के 'हनुमान'
राजद सुप्रीमो की छाया की तरह साथ रहते भोला यादव, लोग कहते लालू के 'हनुमान'

पटना [रवि रंजन]। चारा घोटाला मामले में सजायाफ्ता राजद अध्‍यक्ष लालू प्रसाद यादव को बेहतर इलाज के लिए रिम्‍स रांची से दिल्‍ली एम्‍स में शिफ्ट किया गया। उन्‍हें रांची नई दिल्‍ली राजधानी एक्‍सप्रेस से दिल्‍ली ले जाया गया। इस दौरान न तो उनके दोनों बेटों और न हीं कोई रिश्‍तेदार साथ थे। साथ थे तो एक व्‍यक्ति, जो हमेशा साये की तरह लालू के नजदीक रहे। नाम है भोला यादव।
लालू जब पहली बार जेल गये तो भोला यादव पर महत्‍वपूर्ण जिम्‍मेवारी सौंप गए। लालू को जब चारा घोटाले मामले में सीबीआइ की अदालत ने सजा सुनाई तो भोला यादव के माध्‍यम से ही समर्थकों को शांति बनाए रखने का संदेश दिया। रांची में अदालत में पेशी की बात हो या फिर रिम्‍स में इलाज के लिए भर्ती करवाया जा रहा था, हर समय भोला यादव साये की तरह उनके साथ दिखे।
सवाल यह है कि ये भोला यादव हैं कौन और लालू से उनका क्‍या रिश्‍ता है? भोला यादव को लालू यादव का बड़ा राजदार माना जाता है। उन्‍हें 'लालू का हनुमान' की संज्ञा भी दी गई है। भोला यादव बहादुरपुर सीट से राजद के विधायक हैं। उनकी पहुंच लालू यादव के किचेन तक मानी जाती है।

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लालू की परछाईं बने रहे भोला

भोला यादव करीब 20 वर्षों तक लालू जी के निजी सहायक रहे हैं। लालू के वफादार माने जाने वाले भोला यादव गणित विषय से स्नातक हैं। लालू की हर पसंद व नापसंद को समझते हैं। साथ ही लालू जी कौन सी दवा किस समय लेते हैं, इसकी पूरी जानकारी भोला यादव के पास होती है। जेल के अंदर और बाहर की सारी सूचनाओं को संप्रेषित करने की जिम्मेदारी भोला यादव के जिम्‍मे रही।

लालू के विश्‍वासपात्र भोला यादव को राजद ने 4 सितंबर 2014 को बिहार विधान परिषद भेजा और 2015 के विधानसभा चुनाव में दरभंगा के बहादुरपुर से लड़वाया, जिसमें वे जीत गए। चारा घोटाला के मामले, जिसमें लालू प्रसाद को सजा हुई है, भोला यादव हर संभव जगह लालू की परछाई बने रहे हैं। रांची से दिल्‍ली ले जाने के समय भी भोला यादव साथ रहे। लालू की बोगी में ही भोला यादव रहे। 

 

पसंद-नापसंद का है गहरा इल्‍म

भाेला यादव को लालू की पसंद-नापसंद का गहरा इल्‍म है। बीते 23 दिसंबर को चारा घोटाला में दोषी करार दिए जाने के बाद लालू को रांची स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार में रखा गया तो भोला यादव उनकी पसंद की सब्जियां लेकर जेल गेट पहुंचे थे। उन्होंने सुरक्षाकर्मियों को सब्जियां देकर कहा, लालू जी को हमारा प्रणाम कहिएगा। भोला यादव जेल में लालू यादव को जेल में नए साल की बधाई भी देने गए।

रोजाना जेल जाकर लेते रहे सुविधाओं की जानकारी

चारा घोटाले मामले में लालू प्रसाद यादव के दोषी करार दिए जाने के बाद से विधायक भोला यादव अधिकांश समय रांची में ही डटे रहे। वे जेल के बाहर से लालू के खानपान और दवाओं का ध्यान रखते रहे हैं। जेल मैन्‍युअल के अनुसार लालू से रोजाना मिलना तो संभव नहीं, लेकिन भोला यादव हर दिन जेल जाते रहे। जब लालू को रिम्‍स में भर्ती किया गया, तब भी वे लगातार हॉस्‍पीटल में मौजूद रहे।

 

पहले भी रांची में डटे रहे थे 73 दिन

ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। पिछली बार भी जब लालू इस जेल में थे, तब भोला यादव 73 दिनों तक रांची में रहे थे। भोला यादव ने बताया कि वे रोजाना जेल जाकर लालू प्रसाद यादव की सुविधाओं की जानकारी लेते रहे हैं।


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