Bihar Politics: 'लालू प्रसाद कितने होश में हैं', बाबा साहब के अपमान पर JDU ने खोला गहरा राज
जदयू ने राजद द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के स्वास्थ्य पर उठाए गए सवालों का खंडन किया है, यह कहते हुए कि नीतीश पूरी तरह स्वस्थ हैं और विक ...और पढ़ें

लालू और नीतीश की तबीयत बिगड़ने पर सियासी बवाल। फाइल फोटो
राज्य ब्यूरो, पटना। जदयू ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के स्वास्थ्य पर सवाल उठाने वाले राजद से कहा है कि वह अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद की वास्तविक स्थिति के बारे में आम लोगों को जानकारी दे।
जदयू के मुख्य प्रवक्ता व विधान परिषद सदस्य नीरज कुमार ने कहा कि नीतीश कुमार पूरी तरह स्वस्थ हैं। वे नियमित रूप से विकास योजनाओं की समीक्षा कर रहे हैं। उनका शिलान्यास व उद्घाटन कर रहे हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर वे जदयू की चुनावी रणनीति बना रहे हैं।
उन्होंने कहा कि राजद और खासकर विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव को बताना चाहिए कि पार्टी अध्यक्ष लालू प्रसाद कितने होश में हैं कि उनके पैरों के पास बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की तस्वीर रखी है और उन्हें इसकी जानकारी तक नहीं है। नीरज ने कहा- यह वास्तविक अचेत अवस्था है, जिसे लालू प्रसाद प्राप्त कर चुके हैं।
RJD का शासनकाल रहा डरावना- JDU
नीरज ने सोमवार को दैनिक जागरण से बातचीत में कहा कि विपक्ष को नीतीश कुमार व राज्य सरकार की बजाय अपने स्वास्थ्य की चिंता करनी चाहिए। क्योंकि आज भी राज्य की आम जनता राजद के शासन की कल्पना करके सिहर उठती है। यह नीतीश कुमार के प्रति जनता का विश्वास ही है कि 20 साल तक सरकार चलाने के बावजूद सरकार विरोधी रुझान नहीं है। अगर कुछ कमी है भी तो जनता को भरोसा है कि नीतीश इसकी भरपाई करेंगे।
बोर्ड और आयोगों में हाल में हुई नियुक्तियों पर विपक्ष द्वारा उठाए जा रहे सवालों पर नीरज ने कहा कि इसमें सरकार की कोई भूमिका नहीं है। पार्टियों को आयोग आवंटित किए गए। अब किस पार्टी ने दामाद, साले या अन्य रिश्तेदारों को पद पर बिठाया, इसमें नीतीश कुमार कैसे दोषी हैं। यह उन दलों के कार्यकर्ताओं के लिए चिंतन का विषय है कि नेतृत्व ने उनकी अनदेखी क्यों की?
नीतीश कुमार फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे- JDU
नीरज ने स्वीकार किया कि अन्य स्तर पर कुछ अनियमितता है तो उसे ठीक किया जा सकता है। जदयू के मुख्य प्रवक्ता ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि अगले विधानसभा चुनाव के बाद नीतीश कुमार फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे। वे बिहार की जनता के मुख्यमंत्री हैं, जब तक वे चाहेंगे, इस पद पर बने रहेंगे।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार और खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी नीतीश कुमार की भावनाओं का सम्मान करते हैं। राष्ट्रीय स्तर पर जाति आधारित जनगणना का निर्णय इसका ताजा उदाहरण है।

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