बिहार में अब 31 दिसंबर तक योगदान दे सकेंगे आयुष चिकित्सक, बढ़ाई गई तारीख
बिहार में संविदा पर नियुक्त होने वाले आयुष चिकित्सक अब 31 दिसंबर तक योगदान दे सकेंगे। राज्य स्वास्थ्य समिति ने इस संबंध में आदेश जारी किया है। राष्ट्र ...और पढ़ें
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प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर। (जागरण)
राज्य ब्यूरो, पटना। राज्य में संविदा पर नियुक्ति होने वाले आयुष चिकित्सक (आयुर्वेदिक, होमियोपैथिक एवं यूनानी ) अब 31 दिसंबर तक अपना योगदान दे सकेंगे।
राज्य स्वास्थ्य समिति ने शनिवार को इस संबंध में आदेश जारी कर दिया है। कार्यपालक निदेशक अमित कुमार पांडेय की ओर से जारी आदेश में कहा गया है कि राष्ट्रीय बाल सुरक्षा कार्यक्रम के तहत नियोजित होने वाले चिकित्सकों के योगदान की अंतिम तिथि 20 दिसंबर निर्धारित की गयी थी, मगर काफी संख्या में अभी तक अभ्यर्थियों द्वारा योगदान नहीं किया जा सका है।
इसको लेकर अभ्यर्थियों द्वारा योगदान की तिथि विस्तारित करने का अनुरोध किया गया है। इसे देखते हुए उनके योगदान की तिथि को 31 दिसंबर 2025 तक विस्तारित किया जाता है।
अतिथि शिक्षक नियुक्ति पर लंबित अभ्यावेदन तीन महीने में निस्तारित करने का आदेश
वहीं, दूसरी ओर पटना हाई कोर्ट ने मगध विश्वविद्यालय, बोधगया से जुड़े अतिथि शिक्षक (इतिहास विषय) की नियुक्ति मामले में अहम आदेश देते हुए विश्वविद्यालय प्रशासन को समयबद्ध कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।
न्यायाधीश आलोक कुमार सिन्हा की एकलपीठ ने डॉ. अरविंद कुमार की याचिका का निस्तारण करते हुए कुलपति, मगध विश्वविद्यालय को निर्देश दिया कि वे याचिकाकर्ता के लंबित अभ्यावेदन पर तीन महीने के भीतर निर्णय लें।
याचिकाकर्ता ने अतिथि शिक्षक पद पर विचार किए जाने, विज्ञापन संख्या पीटीटी -01/2025 के तहत ली गई परीक्षा का परिणाम प्रकाशित करने तथा 13 अक्टूबर 2025 को दिए गए अपने अभ्यावेदन के निस्तारण की मांग की थी।
सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ता के अधिवक्ता ने बताया कि नियुक्ति से संबंधित अभ्यावेदन अब तक लंबित है। इस पर विश्वविद्यालय की ओर से कोई आपत्ति नहीं जताई गई।
अदालत ने सीमित राहत देते हुए कुलपति को निर्देशित किया कि वे याचिकाकर्ता को सुनवाई का अवसर प्रदान करें और कारणयुक्त एवं स्पष्ट आदेश पारित करें।

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