Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सर्दियों में क्या खाएं और क्या नहीं? आयुर्वेद से जानें डाइट प्लान, कड़ाके की ठंड में भी रहेंगे हेल्दी

    Updated: Sun, 21 Dec 2025 11:22 PM (IST)

    Ayurvedic Tips for Winter Season: शीतलहर के प्रकोप से बचने के लिए आयुर्वेदिक खानपान महत्वपूर्ण है। डॉ. सत्येंद्र कुमार तिवारी के अनुसार, आयुर्वेदिक आह ...और पढ़ें

    Hero Image

    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर।(जागरण)

    जागरण संवाददाता, पटना। Ayurvedic Tips for Winter Season: राजधानी आजकल शीतलहर (कड़ाके की ठंड) की चपेट में है। बड़ी संख्या में लोग सर्दी-खांसी, वायरल बुखार, पेट संबंधी समस्याओं की चपेट में आ रहे हैं।

    राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज में पंचकर्म के विभागाध्यक्ष डॉ. सत्येंद्र कुमार तिवारी के अनुसार आयुर्वेदिक खानपान के सहारे बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक ठंड के दुष्प्रभावों से न केवल बच सकते हैं बल्कि स्वास्थ्य में सुधार भी कर सकते हैं।

    उन्होंने बताया कि पूस-माघ यानी हेमंत-शिशिर ऋतु के लिए आयुर्वेद में ऐसे खानपान का प्रविधान किया गया है जिससे शरीर गर्म रहे, पाचन मजबूत करे व रोग-प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए।

    इस ऋतु में गुनगुने पानी, गर्म भोजन, अग्नि तेज होने से घी या गरिष्ठ भोजन का सेवन बताया गया है। खाली पेट होने पर ठंड का दुष्प्रभाव घातक हो सकता है। यह वायु विकार का भी समय है इसलिए रात में खानपान हल्का होना चाहिए।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    डॉ. सत्येंद्र कुमार तिवारी के अनुसार ठंड में सुबह उठते ही अदरक या चुटकी भर सोंठ डाला हुआ पानी पीना चाहिए। इससे इससे शरीर अंदर से गर्म रहता है और जकड़न कम होती है। इसके बाद अदरक-तुलसी की चाय ले सकते हैं लेकिन इसका बहुत अधिक सेवन उचित नहीं है।

    नाश्ते में दलिया, ओट्स, मूंग दाल चीला, पराठा सब्जी, उबले अंडे या अंकुरित दाल आदि ले सकते हैं। ठंडी चीजों या फ्रिज में रखी चीजों के साथ नमकीन-बिस्कुट से बचें। इसके बाद छह-सात भींगे हुए बादाम, दो-तीन अखरोट के टुकड़े व थोड़ा सा गुड़ ले सकते हैं।

    दोपहर में करें गर्म भोजन

    दोपहर में गर्म भोजन करें। इसमें घी लगी रोटी, चावल, मूंग-मसूर की दाल, गाजर, पालक, मेथी, लौकी जैसी मौसमी सब्जियां और कमरे में तापमान वाली थोड़ी सी छांछ या बथुआ का रायता ले सकते हैं।

    खाना बनाने में जीरा, हल्दी, धनिया, अदरक मसालों का प्रयोग जरूर करें। शाम में भुनी या उबली शकरकंद, अदरक, दालचीनी, तुलसी वाली हर्बल चाय, मखाने, भूने चने या मूंगफली लें।

    रात को करें हल्का भोजन

    रात का भोजन हल्का रखें। इसमें मौसमी सब्जी के साथ रोटी, घी के साथ खिचड़ी, दाल-सब्जी का सूप सोने के दो से तीन घंटे पहले खाएं। सोने के पहले एक गिलास हल्दी, केसर, जायफल में से कुछ भी मिलाकर गुनगुना दूध लें।