Gopal Khemka Murder Case: पा.. पा... की रट लगाती रही स्कॉटलैंड से आई बेटी, डबडबाई आंखों से गोपाल खेमका को दी अंतिम विदाई
पटना में जाने-माने उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या से मातम छाया हुआ है। उनकी अंतिम यात्रा में भारी भीड़ उमड़ी बेटी के पहुंचने पर माहौल और गमगीन हो गया। व्यवसायी और शुभचिंतकों ने परिवार को सांत्वना दी और घटना पर दुख व्यक्त किया। मारवाड़ी समाज ने सरकार को अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए अल्टीमेटम दिया है और स्पीडी ट्रायल की मांग की है।

जागरण संवाददाता, पटना। नम आंखें, लोगों की भीड़, लेकिन एक तरह का सन्नाटा। शहर के जाने-माने उद्योगपति गोपाल खेमका की अंतिम यात्रा रविवार को उनके घर से निकलनी थी। शुक्रवार की देर रात एक अपराधी ने उनके घर के पास ही गोली मारकर उनकी हत्या कर दी। स्वजनों व शुभचिंतकों के कंधों पर जब उनकी अर्थी रखी गई तो उनकी बेटी की चीत्कार लोगों की आंखों में आंसू ला रही थी।
परिवार की महिलाएं रो रही थीं, वहां मौजूद लोगों की आंखों में गुस्सा था, जहां एक अपराधी किसी की हत्या कर आराम से चला जाता है। करीब चार बजे गुलबी घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया। बेटे गौरव खेमका ने चिता को मुखाग्नि दी। दोपहर ढाई बजे से ही बड़ी संख्या में व्यवसायी व शुभचिंतक उनके घर पहुंच गए थे।
अंतिम यात्रा के लिए खेमका की बेटी गरिमा पोद्दार का इंतजार हो रहा था। वह स्कॉटलैंड से आ रही थी। दोपहर करीब 12 बजे वह घर पहुंची। पापा...पापा...पिता का शव देखते ही उसकी आंखें छलक आईं। वह शव से लिपटकर रो रही थी। काफी दयनीय दृश्य था। हर कोई अपनी आंखें पोंछ रहा था। लोग कानून व्यवस्था पर सवाल उठा रहे थे। पुलिस की खुफिया व्यवस्था को क्या हो गया।
बता दें कि गोपाल खेमका के कटारुका आवास पर बिहार चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज, बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के पदाधिकारी व सदस्यों का आना-जाना लगा रहा। उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी व विजय सिन्हा, मंत्री नितिन नवीन, बीआइए के पूर्व अध्यक्ष राम लाल खेतान, कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष कमल नोपानी, विजय किशोरपुरिया, पशुपति पांडेय आदि भी मौजूद थे।
मारवाड़ी समाज ने दिया सोमवार तक का अल्टीमेटम
घटना को लेकर बिहार प्रादेशिक मारवाड़ी सम्मेलन की ओर से उपाध्यक्ष बासुदेव सर्राफ की अध्यक्षता में बैठक हुई। घटना की निंदा करते हुए सरकार को सोमवार तक का अल्टीमेटम दिया गया। मामले में अविलंब गिरफ्तारी व स्पीडी ट्रायल चलाकर अपराधियों को फांसी की सजा देने की मांग की गयी।
विष्णु कुमार सुरेका ने एक दिवसीय बंद व प्रदर्शन की बात कही। कृष्ण मुरानी पसारी ने धरना व जुलूस निकालने की बात कही। निर्मल झुनझुनवाला व अनिल ने सीएम को ज्ञापन देने व धरना देने की बात कही। कमल नोपानी ने कहा कि मामले में तत्काल गिरफ्तारी सुनिश्चित की जाए। सदानंद अग्रवाल ने व्यवसायियों को शस्त्र लाइसेंस देने की मांग की।

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