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    पटना पुलिस के एएसआइ और सिपाही गिरफ्तार, तीन जवान हिरासत में; झारखंड पुलिस ने की बड़ी कार्रवाई

    By Akshay PandeyEdited By:
    Updated: Thu, 23 Jun 2022 05:54 PM (IST)

    झारखंड पुलिस ने गुरुवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए पटना पुलिस के एएसआइ राम अवतार राम और सिपाही ताबिश खान को गिरफ्तार कर लिया है। मामला चर्चित सिनेमा हाल मालिक हत्याकांड में सजायाफ्ता अमित सिंह उर्फ निशांत की हत्या का है।

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    पटना पुलिस को दो जवान गिरफ्तार किए गए हैं। सांकेतिक तस्वीर।

    जागरण संवाददाता, पटना : बिहटा के कुख्यात अमित सिंह उर्फ निशांत (31) की झारखंड के देवघर कोर्ट में हत्या किए जाने के मामले में पटना पुलिस के एएसआइ राम अवतार राम और सिपाही ताबिश खान को गिरफ्तार कर लिया गया। इन दोनों पुलिसकर्मियों ने लाइनर की भूमिका निभाई थी। तीन अन्य सिपाही अब भी देवघर टाउन थाना पुलिस के हिरासत में हैं। उन्हें पटना पुलिस के आने पर सौंपा जाएगा। वहीं, अमित की गर्लफ्रेंड और उसके छह गुर्गों को बांड भरा कर छोड़ दिया गया। इधर, गिरफ्तारी के बाद एसएसपी डा. मानवजीत सिंह ढिल्लों ने एएसआइ और सिपाही को सस्पेंड कर दिया है। उनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई शुरू कर दी गई है। बाकी के तीन सिपाहियों पर भी अनुशासनिक कार्रवाई की जाएगी।

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    बाप-बेटा गिरोह ने कराई हत्या

    ताबिश खान के मोबाइल की काल रिकार्ड ने हत्याकांड की गुत्थी सुलझा दी। वह लगातार बेउर जेल से हाल में जमानत पर छूटे आम्र्स एक्ट के आरोपित सोनू के संपर्क में था। सोनू भी बिहटा के मसौढ़ा का रहने वाला है। पुलिस ने जब सोनू के बारे में मालूम किया तो पता चला कि वह बाप-बेटा गिरोह का गुर्गा है। हत्या से एक दिन पहले ही बेउर जेल में बंद माणिक सिंह का पिता मनोज सिंह देवघर में ही था। माणिक ने जेल से हत्या की साजिश रची थी। पटना पहुंची देवघर पुलिस की टीम मनोज और सोनू की तलाश कर रही है।

    अमित के शूटरों ने की थी पूर्व विधायक के भाइयों की हत्या

    तफ्तीश में झारखंड पुलिस को यह भी मालूम हुआ कि अरवल से भाजपा के पूर्व विधायक चितरंजन शर्मा के भाई शंभू शरण शर्मा और गौतम सिंह की हत्या करने के लिए अमित ने ही शूटरों की व्यवस्था की थी। इसके लिए उसने दोहरे हत्याकांड के मुख्य आरोपित व पांडव सेना के सरगना संजय सिंह से 30 लाख रुपये लिए थे। हालांकि, उसने पुलिस के एक वरीय अधिकारी को माणिक के बारे में गलत सूचना दी थी। कहा था कि उसने ही विधायक के भाइयों की हत्या करवाई है, ताकि चितरंजन शर्मा और माणिक में फूट पड़ जाए। इसके बाद माणिक के पिता मनोज ने आडियो वायरल कर संजय सिंह से दुश्मनी का दावा किया था। साथ ही वह पता लगा रहा था कि पुलिस को गलत जानकारी किसने दी थी? इस बीच ताबिश खान ने उसे अमित के बारे में जानकारी दी और हत्या की पटकथा बेउर जेल में लिख दी गई।