Padma Award 2023: सुपर 30 के संस्थापक आनंद कुमार को मिला पद्मश्री सम्मान, गरीब बच्चों को पढ़ाने का उठाया बीड़ा
2002 में आनंद कुमार ने राज्य के गरीब घरों में पलने-बढ़ने वाले मेधावी बच्चों को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान आइआइटी में नामांकन के लिए सुपर-30 की स्थापन ...और पढ़ें

जागरण टीम, नई दिल्ली/पटना। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने बुधवार शाम नई दिल्ली में राष्ट्रपति भवन के दरबार हाल में 'सुपर 30' के संस्थापक आनंद कुमार को देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मश्री से सम्मानित किया।
राष्ट्रपति ने आनंद कुमार का अभिवादन स्वीकार किया और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। सम्मानित होने के बाद आनंद कुमार ने कहा कि जमीनी स्तर के लोगों को पुरस्कार मिल रहे हैं।
यह युवाओं के लिए प्रोत्साहन का काम करेगा। सरकार के इस कदम से जनता में आशा की किरण भी जा रही है कि अच्छा काम करेंगे तो पुरस्कार अवश्य मिलेगा।
गरीब बच्चों में पैदा की आइआइटी में पढ़ने की ललक
राज्य के गरीब छात्रों में आइआइटी की प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण होने की ललक पैदा करने वाले सुपर-30 के संस्थापक आनंद कुमार को राष्ट्रपति द्रौपद्री मुर्मु ने बुधवार को पद्मश्री से सम्मानित किया।
2002 में आनंद कुमार ने राज्य के गरीब घरों में पलने-बढ़ने वाले मेधावी बच्चों को भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, आइआइटी में नामांकन के लिए सुपर-30 की स्थापना की।
आनंद कुमार के अनुसार 2018 तक लगभग 500 छात्र आइआइटी, एनआइटी तथा देश अन्य प्रतिष्ठित तकनीकी संस्थानों में सुपर-30 से पढ़ाई कर नामांकन कराने में सफल हुए।
इस अनूठी पहल के लिए देश-विदेश के कई संस्थानों ने उन्हें सम्मानित किया। बीबीसी ने स्पेशल डाक्यूमेंट्री बनाकर उनके संघर्ष को अंतरराष्ट्रीय पहचान दी।
जापान, रूस, अमेरिका, ब्रिटेन आदि देशों के प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थानों में स्पेशल लेक्चर के साथ सम्मानित किए गए।
अभिनेता ऋषिक रोशन अभिनीत सुपर-30 आनंद कुमार के जीवन से ही प्रेरित फिल्म है। इसमें आनंद कुमार के संघर्ष तथा आर्थिक रूप से विपन्न लोगों की सफलता के लिए उनके योगदान को दर्शाया गया है।

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