विशेष सर्वेक्षण राजस्व महाभियान की रफ्तार को लगा ब्रेक, अमीनों की अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी
मसौढ़ी में विशेष सर्वेक्षण अमीनों की पांच सूत्री मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है जिससे राजस्व महाअभियान प्रभावित हो रहा है। 19 अमीन संविदा पर काम कर रहे हैं और नौकरी नियमित करने की मांग कर रहे हैं। हड़ताल के कारण ऑनलाइन निबंधन और भूमि संबंधी कार्यों के शिविर प्रभावित हैं हालांकि वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है लेकिन तकनीकी जानकारी की कमी से काम की गति धीमी है।

जागरण संवाददाता, मसौढ़ी। राज्य के विशेष सर्वेक्षण अमीन अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर 16 अगस्त से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं। इसका सीधा असर मसौढ़ी अंचल में चल रहे राजस्व महाअभियान पर भी दिख रहा है।
बताया जाता है कि मसौढ़ी अंचल के 19 अमीन हड़ताल पर हैं। हड़ताली अमीनों की मानें तो वे पिछले कई वर्षों से संविदा पर काम कर रहे हैं और अब नौकरी नियमित करने समेत पांच सूत्री मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। उनका कहना है कि भूमि सर्वेक्षण और राजस्व महाअभियान की जिम्मेदारी उन पर है। लेकिन अस्थायी तौर पर काम करना उनके साथ अन्याय है।
वे अपनी सेवा नियमित करने, वेतनमान सुनिश्चित करने और सेवा शर्त स्पष्ट करने की मांग कर रहे हैं, लेकिन सरकार उनकी मांगों के प्रति उदासीन बनी हुई है। इधर, हड़ताल के कारण राजस्व महाअभियान का काम फिलहाल लगभग ठप हो गया है। इसके कारण राज्य सरकार की हर गांव और पंचायत में ऑनलाइन निबंधन, नामांतरण, बंटवारा, म्यूटेशन और जमीन से संबंधित त्रुटियों के निपटारे के लिए शिविर लगाने की योजना प्रभावित हो रही है।
बताया जाता है कि इन शिविरों में अमीनों को लैपटॉप और इंटरनेट डोंगल के साथ मौके पर ही आवेदन का पंजीकरण करना होता है। लेकिन अभियान के पहले ही दिन अमीनों ने हड़ताल कर दी। इधर, अंचल अधिकारी प्रभात रंजन ने बताया कि हड़ताल से काम प्रभावित न हो, इसके लिए वैकल्पिक व्यवस्था की गई है।
टोला सेवक, आंगनबाड़ी सहायिका, पीआरएस और आवास सहायकों को काम में लगाया जा रहा है। हालांकि, अधिकारियों का मानना है कि तकनीकी जानकारी के अभाव में ये कर्मी काम को वह गति नहीं दे पा रहे हैं जिसकी अमीनों से अपेक्षा की जाती है।

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