Updated: Tue, 30 Sep 2025 07:49 AM (IST)
कृषि विभाग ने कृषि में डिजिटल तकनीक को बढ़ावा देने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) आधारित कृषि रेडियो प्रसार प्रणाली शुरू की है। उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने कहा कि यह किसानों की आय बढ़ाने और जलवायु परिवर्तन से निपटने में सहायक होगा। बिहार कृषि रेडियो नामक एक ऐप भी लॉन्च किया गया है जो मौसम बाजार भाव और कृषि योजनाओं की जानकारी देगा।
राज्य ब्यूरो, पटना। कृषि विभाग की ओर से कृषि क्षेत्र में डिजिटल तकनीक के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) आधारित कृषि रेडियो प्रसार प्रणाली की रविवार को शुरुआत की गई। कृषि भवन में उप मुख्यमंत्री एवं कृषि मंत्री विजय सिन्हा ने कहा कि किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए इस क्रांतिकारी पहल का शुभारंभ किया गया है।
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उन्होंने कहा कि यह किसानों को न केवल उनकी आय बढ़ाने में सहायक होगा, बल्कि जलवायु परिवर्तन जैसी चुनौतियों से निपटने की क्षमता भी प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शी सोच एवं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मार्गदर्शन में कृषि क्षेत्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए विभाग प्रयासरत है।
उन्होंने कहा कि बिहार कृषि रेडियो नामक डिजिटल रेडियो सेवा की शुरुआत की गई है, जिसे प्ले-स्टोर और ऐप-स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है। यह एप्लीकेशन किसानों की जरूरतों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। इसका मुख्य उद्देश्य किसानों को समय पर सही और सटीक जानकारी उपलब्ध कराना है।
इसमें मौसम पूर्वानुमान, फसल रोग प्रबंधन, कृषि योजनाओं, बाजार भाव और मंडी की स्थिति जैसी महत्वपूर्ण जानकारी आसानी से उपलब्ध होगी। इस प्रणाली की प्रमुख विशेषताओं में कृत्रिम बुद्धिमत्ता आधारित विश्लेषण शामिल है, जो मौसम, मिट्टी और बाजार से जुड़े डाटा का अध्ययन कर किसानों को त्वरित जानकारी प्रदान करेगा।
यह रेडियो सेवा क्षेत्रीय भाषाओं में उपलब्ध होगी, ताकि किसान सरलता से समझ सकें। इसके अतिरिक्त यह सेवा सातों दिन एवं 24 घंटे उपलब्ध रहेगी। कीट एवं रोग प्रबंधन की त्वरित सलाह से नुकसान कम होगा और बाजार भाव की अद्यतन जानकारी मिलने से किसान अपनी उपज का बेहतर मूल्य प्राप्त कर सकेंगे।
साथ ही, सरकारी योजनाओं और अनुदानों की जानकारी सीधे किसानों तक पहुंचने से वे समय पर लाभ उठा पाएंगे। इस कार्यक्रम में कृषि विभाग के प्रधान सचिव पंकज कुमार एवं निदेशक नितिन सिंह के अतिरिक्त अन्य अधिकरी उपस्थित थे।
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