अहमदाबाद एयर इंडिया हादसे के बाद होगा पटना एयरपोर्ट का विस्तार, टूटेगा चिड़ियाघर का हिस्सा
संजय गांधी जैविक उद्यान की झील मछलीघर घड़ियाल केज निदेशक कार्यालय वनों के क्षेत्र पदाधिकारी कार्यालय जय प्रकाश नारायण अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट के विस्तार में आ रहा है। ऐसे में पटना जू का कुछ हिस्सा टूटेगा। मापी में यह बात सामने आई कि जिराफ केज से लेकर पटेल गोलंबर तक के बीच की चारदिवारी टूटेगी।

जागरण संवाददाता, पटना। जय प्रकाश नारायण अंतराष्ट्रीय एयरपोर्ट के विस्तार में संजय गांधी जैविक उद्यान (पटना जू) की झील, मछलीघर, घड़ियाल केज, निदेशक कार्यालय, वनों के क्षेत्र पदाधिकारी कार्यालय आ रहा है। साथ ही 500 से अधिक वर्ष पुराने पेड़ भी कटेंगे तथा 500 पेड़ों की छंटाई होगी। चिड़ियाघर में रनवे के समानांतर 500 मीटर चौड़े और 300 मीटर लंबे भाग को एयरपोर्ट विस्तार के लिए चिन्हित कर लिया गया है।
एयरपोर्ट के अधिकारियों की उपस्थिति में बुधवार को पटना सदर अंचल के सीओ रजनीकांत ने मापी कराई। इस अवसर पर उद्यान अधिकारी भी मौजूद थे। जिराफ केज से लेकर पटेल गोलंबर तक के बीच की चारदिवारी टूटेगी। आधी झील भी रनवे विस्तार में चली जाएगी। जंगल ट्रेल इसमें आ जाएया। उद्यान गेट संख्या एक से दो तक जाने वाली मुख्य सड़क बच जाएगी।
यहां एयरपोर्ट की चारदिवारी होगी। उद्यान का गेट संख्या दो भी एयरपोर्ट विस्तार में जा सकता है। पटेल गोलंबर से राजभवन की तरफ जाने वाली सड़क भी रनवे में विस्तार में चला जाएगा। मंत्री लेसी सिंह के आवास के गेट तक की जमीन एयरपोर्ट विस्तार में जा रही है। उसके बाद बचे भाग के पेड़ों की छंटाई होगी। पटेल गोलंबर से वेटनरी कालेज जाने वाली सड़क एयरपोर्ट कैंपस के अंदर चली जाएगी।
संजय गांधी जैविक उद्यान के अधिकारियों ने बताया कि प्रमंडलीय आयुक्त डा. चंद्रशेखर सिंह की अध्यक्षता में एयरपोर्ट पर बैठक हुई थी। उसमें निर्णय लिया गया था कि सुरक्षित यातायात के लिए चिड़ियाघर की जमीन ली जाएगी। बदले में गोल्फ क्लब की तरफ जमीन मिलेगी। इसके साथ एयरपोर्ट आथोरेटी को बिहटा में सौ एकड़ जमीन देने की बात कही गई है। एयरपोर्ट का प्रस्ताव आने के बाद केंद्रीय चिड़ियाघर प्राधिकरण को सूचना भेजी जाएगी। यह निर्णय भारत सरकार और राज्य सरकार को लेना है।
अहमदाबाद हादसे के बाद विस्तार की बात
अहमदाबाद में विमान दुर्घटना के बाद पटना एयरपोर्ट के विस्तार करने के लिए गतिविधयां बढ़ गई हैं। वर्ष 2000 में पटना के गर्दनीबाग में विमान हादसे के बाद भी विस्तार की बात हुई थी। फिर मामला ठंडे बस्ते में चला गया। अब एक बार फिर बात आगे बढ़ी है।
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