पटना और भागलपुर की 2 सड़कों के नवीनीकरण को मिली हरी झंडी, डिप्टी CM विजय सिन्हा ने दी जानकारी
बिहार के पटना और भागलपुर जिलों की दो सड़कों के नवीनीकरण को प्रशासनिक स्वीकृति मिल गई है। पटना में दीघा सर्विस लेन के कुछ हिस्से और भागलपुर में NH 131B के एक हिस्से के लिए राशि मंजूर की गई है। इस परियोजना से इन क्षेत्रों में यातायात और भी सुगम हो जाएगा। उपमुख्यमंत्री सह पथ निर्माण मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने यह जानकारी दी है।
राज्य ब्यूरो, पटना। पटना व भागलपुर जिले की दो सड़कों के नवीकरण की योजना को पथ निर्माण विभाग ने प्रशासनिक स्वीकृति प्रदान की है। इसके तहत पटना में दीघा सर्विस लेन के कुछ हिस्से तथा भागलपुर में एनएच 131 बी के एक हिस्से के लिए राशि की मंजूरी दी गई है।
पथ निर्माण विभाग से मिली जानकारी के अनुसार, दीघा सर्विस लेन में 9.570 वें किमी से 10.550 वें किमी तक के हिस्से का नवीकरण किया जाएगा। वहीं, भागलपुर जिले में एनएच 131 बी में 0.800 किमी से 15.00 किमी तक के हिस्से में उन्नयन कार्य होगा।
डिप्टी CM विजय सिन्हा ने दी जानकारी
उपमुख्यमंत्री सह पथ निर्माण मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि पथ निर्माण विभाग लगातार विभिन्न जिलों में जिन सड़कों के नवीकरण की आवश्यकता है, उन्हें चिह्नित कर उनका नवीकरण कर रहा है। इसी दिशा में पटना एवं भागलपुर जिले में दो सड़कों के नवीकरण योजना को प्रशासनिक स्वीकृति दी गयी है।
किन 2 सड़कों के लिए मिली मंजूरी?
पटना में दीघा सर्विस लेन के अंतर्गत जिस हिस्से के नवीकरण को स्वीकृति दी गयी है उस पर 933.53 लाख रुपए खर्च होंगे। इस काम के बाद खगौल-दीघा नहर पथ पर परिचालन और भी सुविधाजनक हो जाएगा।
भागलपुर जिले में जिस पथ के कुछ हिस्से के नवीकरण को स्वीकृति दी गयी है उस पर 910.59 लाख रुपए खर्च होंगे।यह सड़क दो राष्ट्रीय उच्च पथ एनएच-80 तथा एनएच-31 को जोड़ता है। इसके नवीकरण से विक्रमशिला सेतु हाेकर आवागमन और भी सुगम हो जाएगा।
रामजानकी पथ के मशरख-सीवान स्ट्रेच के लिए NHAI ने निर्माण एजेंसी तय की
रामजानकी पथ के मशरख-सीवान स्ट्रेच के निर्माण के लिए एनएचएआई ने निर्माण एजेंसी तय कर ली है। अब जल्द ही इस स्ट्रेच पर निर्माण कार्य आरंभ होगा। मेघा कंस्ट्रक्शन इस सड़क का निर्माण कराएगी। इस सड़क की लंबाई 50 किमी है और इसके निर्माण पर 1400 करोड़ रुपए खर्च होंगे। एनएचएआई से मिली आधिकारिक जानकारी के अनुसार, इस सड़क के निर्माण को ले किसी तरह की समस्या नहीं है।
इस प्रोजेक्ट के लिए जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी हो गयी है। मुआवजे का भी वितरण हो गया है। फॉरेस्ट क्लियरेंस को लेकर भी जो समस्या थी वह समाप्त हाे गयी है। इस सड़क को लेकर विगत दो वर्षों से एनएचएआई के स्तर पर अलग-अलग तरह की कवायद चल रही थी। पहले यह दो लेन में बनना था पर अब इस सड़क का निर्माण फोर लेन में किया जाना है। इस प्रोजेक्ट के तहत चार नए बाईपास का भी निर्माण कराया जाना है।
इनमें सीवान में 5 किमी, तनरवा में 7.50 किमी, बसंतपुर में 15 किमी तथा मशरख में 2.29 किमीा लंबा बाईपास बनाया जाना है। वहीं एक मेगा ब्रिज , 14छोटे पुल तथा 15 अंडरपास का निर्माण भी इस योजना के तहत होना है। एक आरओबी को भी बनाया जाना है। मालूम हो कि रामजानकी पथ की कुल लंबाई 240 किमी है। बिहार में यह सड़क 200 किमी लंबाई में है।
आरंभ में यह योजना थी कि इस सड़क को दो लेन में बनाया जाएगा पर बाद में राज्य सरकार के अनुरोध पर सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय इसे फोर लेन में बनाने पर सहमत हो गया। सीवान से मशरख के 50 किमी के बाद दूसरा पैकेज मशरख से चकिया तक का है। इसकी लंबाई 48 किमी के करीब है। वहीं तीसरा पैकेज चकिया से भिट्ठामोड़ तक है और लंबाई 103 किमी की है।
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