सावधान! बिहार में सर्जिकल स्प्रिट से दो मिनट में तैयार हो रही जहरीली दारू
बिहार में शराबबंदी के बाद इसके विकल्प की तलाश में जुटे लोगों की कमी नहीं। ऐसे लोग अब अस्पताल और नर्सिंग होम में उपयोग होने वाले सर्जिकल स्प्रिट से मि ...और पढ़ें

पटना [जितेन्द्र कुमार]। बिहार में शराबबंदी के बाद इसके विकल्प की तलाश में जुटे लोगों की कमी नहीं। ऐसे लोग अब अस्पताल और नर्सिंग होम में उपयोग होने वाले सर्जिकल स्प्रिट से मिनट भर में दारू बना रहे हैं।
अस्पतालों में उपयोग होने वाला सर्जिकल स्प्रिट में 95 प्रतिशत इथनॉल है। मानव उपभोग के लिए वर्जित इस स्प्रिट में मिलाया हुआ महज पांच फीसद डी-नेचर (अप्राकृतिक) अलकोहल जीवन के लिए जहर है। फिर भी लोग हैं कि नहीं मान रहे।
सर्जिकल दुकानों में उपलब्ध
बिहार में शराबबंदी के बाद उत्पाद विभाग को सर्जिकल स्प्रिट से दारू बनाकर सेवन करने का मामला पकड़ में आया है। सर्जिकल स्प्रिट पर कोई प्रतिबंध भी नहीं है। यह राजधानी में अशोक राजपथ पर पटना मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आसपास सर्जिकल स्टोर में सुलभ है। किसी के पास मिलने पर उसे गिरफ्तार भी नहीं जा सकता है।
पकड़ में आया एक मामला
पटना जगदेव पथ के पास उत्पाद विभाग ने नर्सिंग के पेशा से जुड़े 38 वर्षीय अनमोल वेक को नशे की हालत में गिरफ्तार किया। उड़ीसा के राउलकेला निवासी उरांव जाति के इस युवक के पास सर्जिकल स्प्रिट की 400 मिलीलीटर की बोतल मिली, जिसमें से आधा का वह दारू के रूप में उपयोग कर चुका था। करीब 200 एमएल सर्जिकल स्प्रिट बचा हुआ था।
नामी अस्पताल से लाया था स्प्रिट
युवक ने स्वीकार किया कि वह एक नामी हास्पिटल से स्प्रिट लाया था। उसने पानी मिलाकर इसका दारू के रूप में सेवन करने की बात स्वीकार किया।
इथाइल और इथानॉल में अंतर
बिहार में अब तक आपूर्ति होने वाले देशी शराब में इथाइल अल्कोहल का उपयोग होते रहा है। इसका रसायन फार्मूला C2 H50H बताया जाता है। सर्जिकल स्प्रिट जिसमें इथनॉल का उपयोग होता है, का भी रसायनिक फार्मूला C2 H50H ही है। रसायन का एक ही फार्मूला होने के बावजूद सर्जिकल स्प्रिट में पांच प्रतिशत डी-नेचर स्प्रिट मानव उपयोग के लिए जहर है। मानव के लिए यह वाह्य उपयोग में आ सकता है।
पेट्रोलियम ईंधन में उपयोग
इथनॉल का सर्वाधिक उपयोग ईंधन के रूप में किया जाता है। 100 फीसद वाले इथानॉल हवाई जहाज के लिए पेट्रोल के अलावा सामान्य पेट्रोल में पांच से 10 फीसद मिलाया जाता है। 95 फीसद इथनॉल सर्जिकल स्प्रिट होता है। इसे आपरेशन, इंजेक्शन अथवा धाव ठीक करने के लिए उपयोग किया जाता है।
जानलेवा है यह अवयव
सर्जिकल स्प्रिट में पांच फीसद मिला डी-नेचर (अप्राकृतिक) सुषव मानव जीवन के लिए जहर है। इसका उपयोग घरों में गंदगी, दाग-धब्बा की सफाई और कीटनाशक उत्पाद में किया जाता है। कारपेंटर लकड़ी के सामान में पॉलिश करने में करते हैं। इसका औद्योगिक उपयोग भी होता है। घरेलू उपयोग में सिर्फ कांच पर लगे दाग, मेटल की सफाई, स्टीकर छुड़ाने में उपयोग होता है।
जांच की नई तकनीक
उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग ने अवैध शराब और औद्यौगिक उपयोग वाले ड-नेचर स्प्रीट अथवा मिथाइल अलकोहल की जांच के लिए नई तकनीक वाला किट मंगाया है। नई तकनीक में कोमोट्राफी एसिड मेथड से मिथाइल अलकोहल की जांच हो सकेगी। दूसरा मेथड डाइनाइट्रो फिनाइल हाइड्राजीन साल्यूशन है, जिससे डिनेचर स्प्रीट का पता चलेगा।

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