एक को था लड़की का नशा तो दूसरे को पैसे का नशा, जानिए फिर क्या हुआ?
सेक्स रैकेट का धंधा करने वाले एक व्यक्ति को एक धंधेबाज लड़की पसंद थी तो सेक्स रैकेट वाले मालिक को पैसे चाहिए थे दोनों ने एक लड़की के लिए एेसा किया कि पुलिस का भी दिमाग घूम गया।
पटना [जेएनएन]। एक लड़की का दीवाना था तो दूसरा पैसे का। सेक्स रैकेट के बीच फंसी इस अजीब सी प्रेम कहानी का खुलासा हुआ तो सब हैरान रह गए। घटना राजीव नगर थाने की है जहां इस अजीब सी स्टोरी का पर्दाफाश हुआ है। इस अजीब सी गुत्थी को सुलझाने में पुलिस के पसीने छूट गए हैं।
घटना राजीवनगर थाना क्षेत्र की है जहां से अपहृत युवक पप्पू को हाजीपुर से मुक्त कराया गया। पप्पू का अपहरण 12 नवम्बर को हुआ था। इसके लिए 6 लाख की फिरौती मांगी गई थी। पुलिस ने जब तहकीकात शुरू की तो तो पुलिसिया दबिश के बाद आरोपी को पकड़ा गया।
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पुलिस ने बताया कि आरोपी दिग्विजय फ़ौज का भगोड़ा है। गिरफ्तारी के बाद आरोपी ने कई राज खोले हैं। जिस तीन मंजिला मकान में पप्पू को रखा गया था वहां से सेक्स रैकेट चलया जा रहा था। पप्पू का वहां आना- जाना लगा रहता था। सेक्स रैकेट में फंसी एक लड़की सपना से पप्पू को प्यार हो गया।
वह लड़की दिग्विजय की चहेती थी और वह उसे काफी पसंद करता था। जब सपना गायब हो गई और दिग्विजय को पता चला कि सपना पप्पू को चाहती थी तो उसने पप्पू का अपहरण कर लिया। दिग्विजय गायब सपना के बारे में पता करने में लग गया और उसने शास्त्रीनगर की ख़ुशी नाम की लड़की का भी 13 नवम्बर को अपहरण कर लिया था।
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दिग्विजय ख़ुशी से सपना के बारे पूछताछ करने लगा। इस बीच बेरहमी से की गई पिटाई से ख़ुशी की 14 नवम्बर को मौत हो गई। दिग्विजय के साथ ज्योति बसु नामक युवक ने मिलकर खुशी की पिटाई की थी। क्योंकि खुशी को सेक्स रैकेट में धकेलकर ज्योति बसु को पैसे चाहिए थे और दिग्विजय को सपना की तलाश थी।
दोनों ने मिलकर ख़ुशी को मार डाला और उसकी मौत के बाद उसके शव को बोरे में भर कर फेंक दिया। राजीव नगर पुलिस ने बोरे में बंद खुशी के शव बरामद किया है। इस मामले की तहकीकात की जा रही है। दो आरोपी इस मामले में गिरफ्तार किए गए हैं, पुलिस का कहना है कि जल्द ही इस मामले का पता लगा लिया जाएगा।
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